दिनभर नजरबंद रहे गोविंद सिंह और अनूप मिश्रा

भोपाल। सबसे संवेदनशील माने जा रहे मुरैना लोकसभा क्षेत्र में तीनों प्रमुख प्रत्याशी डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस, अनूप मिश्रा भाजपा और वृंदावन सिकरवार बसपा दिन भर साथ रहे। पहले वे पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे। इसके बाद होटल पहुंच गए। बताया जा रहा है कि कानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने ही तीनों से आग्रह किया था कि वे एक स्थान पर साथ रहें। वहीं दिनभर यह भी चर्चा चलती रही कि प्रशासन ने सुरक्षा कारणों के चलते तीनों प्रत्याशियों को नजरबंद कर लिया है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद ने बताया कि मुरैना में सुबह से ही तीनों प्रत्याशी कंट्रोल रूम पहुंच गए थे। यहां से तीनों को होटल भिजवा दिया गया। तीनों नेताओं को नजरबंद करने के मामले में जिला कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। तीनों नेता अपनी मर्जी से आए थे।

मुरैना के पुलिस अधीक्षक इरशाद वली ने बताया कि तीनों प्रत्याशी कंट्रोल रूम आए थे। यहां प्रत्याशियों को नाश्ता कराया गया। कुछ देर रुकने के बाद वे खाना खाने की बात कहकर चले गए। कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी मदन कुमार ने बताया कि भाजपा, कांग्रेस व बसपा के प्रत्याशी जानकारी लेने कंट्रोल रूम आए थे। नजरबंद करने की खबर चलती रही, जबकि ऐसा नहीं किया गया था।

कुछ स्थानों पर झड़प
भिंड, ग्वालियर, राजगढ़ और मुरैना में कुछ जगहों पर पथराव, लाठीचार्ज और पोलिंग एजेंटों के बीच झड़प की खबरें हैं। मुरैना के जोरा विधानसभा में बुदरामुंज में प्रहलाद कुशवाह की मतदान केन्द्र के पास बिजली गिरने से मौत हो गई।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गोविंद ने बताया कि दूसरे दौर के चुनाव में मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा है। भिंड के मतदान केन्द्र मोरोली में पथराव की घटना हुई थी। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को हलका लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि, इससे मतदान प्रक्रिया बाधित नहीं हुई है। राजगढ़ के जौरा में पोलिंग एजेंट आपस में भिड़ गए थे। पुलिस प्रशासन ने इन्हें समझाकर मामले को शांत कराया। पिछोर के बूथ क्रमांक 30 में तीन लड़के शराब पीकर आ गए थे। उत्पात मचाने पर पुलिस इन्हें पकड़कर ले गई। मतदान प्रभावित नहीं हो पाया।

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