भोपाल। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी विधानसभा चुनाव में पर्चा दाखिले के वक्त तक कुंवारे थे, देश ने उनकी बारात नहीं देखी और लोकसभा के पर्चें में उन्होंने खुद को शादीशुदा बता दिया। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने पीएम इन वेटिंग और वड़ोदरा (गुजरात) के भाजपा प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी द्वारा बुधवार को दाखिल किये गये नामांकन पत्र में अपनी धर्मपत्नी के नाम के काॅलम में स्वयं को विवाहित बताते हुए पत्नी के रूप में श्रीमती जशोदाबेन मोदी का नाम बताये जाने और उसके पूर्व उनके द्वारा लड़े गये अब तक के विधान सभा चुनावों में स्वयं के अविवाहित होने और पत्नी के काॅलम को निरंक रखे जाने की घटना को भारतीय संविधान और आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन, धोखाधड़ी और अक्षम्य आपराधिक कृत्य निरूपित किया है।
उन्होंने आज यहां कहा है कि यह मुद्दा इसलिए और ज्यादा गंभीर है कि भाजपा और मोदी दोनों ही चुनावी समर में कथित रूप से महिलाओं के सम्मान-स्वाभिमान और उनकी रक्षा की निरंतर दुहाईयां देते आ रहे हैं। इस लिहाज से उनके इस कृत्य की गंभीरता और अधिक महत्वपूर्ण हो रही है। लिहाजा, कांगे्रस पार्टी की मांग है कि उनके विरूद्ध संविधान और आदर्श आचार संहिता के साथ धोखाधड़ी व आपराधिक कृत्य का प्रकरण दर्ज किया जाए तथा उनकी विधान सभा सदस्यता भी समाप्त की जाए।