भोपाल। प्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर के बयान ने तूल पकड़ लिया है। एक तरफ गौर शनिवार को दिए उस बयान पर कायम है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भी 5-6 सीटें जीतेगी और इतनी ही सीटें फंसी हुई हैं। यहां तक की ग्वालियर की सीट भी टफ फाइट में है।
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी ने कहा कि गौर का यह कहना उचित नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भी गौर के कथन से सहमत नहीं दिखे। उन्होंने नसीहत भरे लहजे में कहा कि राजनीतिज्ञ को कभी ज्योतिषी नहीं बनना चाहिए।
इधर, गौर के कथन से पार्टी नाराज हो गई है। स्थानीय नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को पूरे बयान की जानकारी भेज दी है। हालांकि किसी भी बड़े नेता ने स्पष्टीकरण नहीं लिया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि कैलाश जोशी ने इस संबंध में उनसे बात करने की कोशिश की है। इस सियासी बवाल के बीच गौर अपने बयान पर कायम हैं।
रविवार को उन्होंने कहा कि ये मेरे निजी विचार हैं। मैंने कुछ गलत नहीं कहा। ग्वालियर में टफ फाइट बताई है तो साफ है कि सब सीटें सरलता से तो नहीं जीती जा सकतीं। मैंने जो कहा है, वह सही है। जोशी के इस बयान को उचित नहीं मानने पर गौर ने कहा कि वे वरिष्ठ नेता है। कह सकते हैं।
पार्टी के पक्ष में वातावरण
पूर्व मुख्यमंत्री जोशी का कहना है कि मप्र के चुनाव परिणामों के बारे में कोई संदेह नहीं है। प्रदेश में वोटिंग से एक सप्ताह पहले पार्टी के पक्ष में वातावरण बनता गया। स्थिति यह है कि 29 सीटें तक जीत सकते हैं। ऐसे समय में गौर का बयान देना ठीक नहीं है। उसमें सत्यता दिखाई नहीं देती।
नतीजों का इंतजार करना चाहिए था
सांसद व पार्टी उपाध्यक्ष झा ने कहा कि गौर एक प्रतिबद्ध व वयोवृद्ध कार्यकर्ता हैं। उन्हें बयान देने से पहले आम चुनाव के नतीजों का इंतजार करना चाहिए था। हम उनके वचनों (बाबूलाल गौर) को आशीष के रूप में लेते हैं। टफ फाइट व कांग्रेस के सीटें जीतने संबंधी कथन पर झा ने कहा कि मप्र में कांग्रेस ही भाजपा से हर सीट पर मुकाबला कर रही है।
कोई तीसरी पार्टी नहीं है। जहां तक टफ फाइट का सवाल है तो संगठनात्मक तंत्र की सूचनाएं जो मिल रही हैं, उसके मुताबिक सीट जीतने के मामले में भाजपा 2004 (25 सीट) से बेहतर स्थिति में रहेगी।