आरोपी से 7 लाख वसूलते, फर्जी बलात्कार पीड़िता और वकील गिरफ्तार

ग्वालियर। ब्लैकमेलर महिला और उसके वकील ने 65 साल के बुजुर्ग पर रेप का आरोप लगाकर महिला रेखा रजक ने थाने में शिकायत की, फिर मामले को निपटाने के लिए वकील गणेश शर्मा के जरिए डील की। पूरे 7 लाख में सौदा पटा तो महिला अपने आरोपों से पलट गई।

महिला पैसा वसूलने पहुंची तो पुलिस ने उसे साथी अभिभाषक के साथ दबोच लिया। भगवान काॅलौनी निवासी रामनिवास शर्मा 65 के खिलाफ डीडी नगर निवासी रेखा ने एक माह पहले दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उसने बुजुर्ग को धमकाया कि केस से बचना है तो 20 लाख दो। वसूली में बहोड़ापुर निवासी वकील गणेश शर्मा भी साथ था। पुलिस ने पीडि़त की गुहार पर दोनों को जयेन्द्रगंज स्टेट बैंक शाखा में पैसा रामनिवास के पुत्र मयंक से लेते हुये, सीएसपी मुरार असित यादव ने दोनों को दबोच लिया। टीआई थाटीपुर विजय तोमर ने दुष्कर्म में फंसाने की धमकी देकर बुजुर्ग से 7 लाख मांग रही महिला और उसके अभिभाषक साथ पर मामला दर्ज किया है।

चुनाव आयोग ने सहायक पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं कुरेशी को हटाया

ग्वालियर। चुनाव आयोग के निर्देश पर डाॅ0 कमल किशोर शर्मा की शिकायत पर ग्वालियर में करीब 7 साल से पदस्थ सहायक पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं एमजे कुरेशी को तत्काल प्रभाव से भोपाल कार्यालय अटैच किया गया है।

उनकी जगह श्रीमती मंगला पुरकाम सहायक पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं सागर को ग्वालियर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, उल्लेखनीय है कि उक्त अधिकारी कुरेशी विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ कर लंबे समय से नियम बिरूद्ध ग्वालियर में पदस्थ थे। लोकायुक्त के एक ट्रेप प्रकरण में भी उक्त अधिकारी का नाम चर्चा में रहा है। चुनाव आयोग को हुई शिकायत के बाद जांच उपरांत उक्त अधिकारी का स्थानांतरण कर दिया गया।

नेताओं की प्राइवेट बसों को संजीवनी, सपनि को जहर

ग्वालियर। म.प्र. सड़क परिवहन निगम को विधिवत बंद हुये करीब 4 साल हो चुके हैं, सरकारी बसों के मार्गों को निजी बसों में आबंटित कर दिया गया है। परंतु सरकार या सरकार के नुमाइंदों ने यह जानने की जरूरत नहीं समझी कि सरकारी बसों का संचालन बंद होने के बाद ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के करोड़ों लोग किस तरह सफर कर रहे हैं, निजी यात्री बसें किन मार्गों पर नहीं जा रहीं। जिन मार्गों पर बसें नहीं जा रहीं, वहां यातायात कैसे चल रहा है। सालाना 7 करोड़ 20 लाख रूपये राजस्व की आय देने वाला बस स्टेंड आज बदहाली की स्थिति में हैं। शहर के अंतर्राज्यीय बस स्टेंड से एक सैकड़ा बसें चंडीगढ़, हरियाणा, बरेली, कानपुर, जयपुर, महावीर जी, इलाहाबाद, हरिद्वार, दिल्ली, अयोध्या, मुरादाबाद, भोपाल, चित्रकूट, झांसी, बांदा, इंदौर, आगरा चलती थीं। अब न पानी हैं न बैठने का इंतजाम। नगर निगम के भरोसे चलने वाले बस स्टेंड पर आयेदिन झगड़े होते हैं, क्लीनर और चालक अपनी बसों में बिठालने के लिये, आयेदिन झगड़ते हैं, सवारियों से ज्यादा किराया राज्य परिवहन निगम से संबंधित बताकर बसूला जाता है। कई जगह यात्रियों को बीच रास्ते में उतार दिया जाता है, गुना जाने वाली एवं इटावा जाने वाली सवारियों को शिवपुरी और भिंड में उतारकर दूसरी बसों में घंटों इंतजार के बाद बिठाया जाता है। महिलाओं का निजी बसों में जाना सुरक्षित नहीं रहा है, पहले लोग महिलाओं को अकेला भेजने नहीं हिचकते थे, क्योंकि परिवहन के लोगों पर लोगों को भरोसा था अब उल्टे हालात हैं, करीब 4 दर्जन कर्मचारी घर बैठे मुरार सर्किट हाउस पर हाजिरी देकर तनख्वाह ले रहे हैं, विपक्षी पार्टियों ने कभी आबाज नहीं उठाई कि ग्रामीण क्षेत्रों में किस तरह लोग यात्रा करते है, सरकारी बसें बंद होने से कितने लोग परेशान हैं, नेताओं और उनके रिश्तेदारों की निजी बसों को संजीवनी प्रदान करने के लिये म.प्र. राज्य सड़क परिवहन निगम को जहर दे दिया गया है। जहर के असर से निगम से जुड़े हजारों परिवारों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है। आमजन भी बसें न मिलने के कारण प्रदेश सरकार को कोसते नजर आते हैं। लोगों का कहना है कि सख्त छवि के अधिकारी परिवहन निगम पर बिठाकर अनियमितताओं पर रोक लगाकर सरकारी बसें चालू की जायें।

निर्वल पर गिरती है, क्रोध की गाज: मुनि श्री

ग्वालियर। राष्ट्र संत जैन मुनि श्री पुलक सागर ने प्रवचन करते हुये कहा कि क्रोध हमेशा निर्वल और असहाय पर ही निकलता है। बलवान के सामने शांत हो जाता है, क्रोध परिवार को भस्म कर देता है, कटुता का जीवन घास की नौंक पर जमीं ओस की बूंद के समान हैं, आज भाई-भाई का दुश्मन बना हैं, इस तेरे-मेरे झगड़े में घर बर्बाद हो रहे हैं, एकल परिवारों में कलह बढ़ रही है, जबकि संयुक्त परिवार सुखी हैं। अफसोस की बात है कि घर में नहीं कमरों में ताले पड़ रहे हैं, परिवार बिखर रहे हैं, पहले भी लड़ते-झगड़ते थे, लेकिन शाम होते ही एक हो जाते थे अब वर्षों तक बोलचाल नहीं होती। क्रोध को रोकने के लिये अग्नि शमन यंत्र की तरह समझदारी का यंत्र रखो जैसे ही क्रोध आये, उस पर समझदारी का जल डाल दो।

सराफा व्यापारी को फोन पर जान से मारने की धमकी

ग्वालियर। डबरा के सराफा व्यापारी बालकृष्ण सोनी पुत्र प्रेमनारायण सोनी को बिट्टू जाट नामक युवक ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी। पहले तो व्यापारी ने किसी शरारती तत्व द्वारा की गई मजाक समझकर टाल दिया। दुबारा फोन आने पर और गोली मारने की धमकी देेने पर पुलिस में मोबाइल नं. सहित रिपोर्ट की है।

बदमाश हरेन्द्र राणा के भाई ने कोर्ट में किया सरेंडर

ग्वालियर। बिल्लू भदौरिया हत्याकांड के आरोपी और 15 हजार के इनामी अरूण राणा ने जिला न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया, इसके बाद मुरार पुलिस ने वहां पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।


अरूण बदमाश हरेन्द्र राणा का सगा छोटा भाई है, जेएमएफसी राकेश बंसल ने अरूण को 14 अपे्रल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। हरेन्द्र राणा को यूपी व म.प्र. की एसटीएफ, क्राइमब्रांच ढूंढ़ रही है, अधिकारियों का मानना है कि भाई को सरेंडर कराने के बाद हरेन्द्र राणा फ्री होकर बड़ी बारदात कर सकता है, उसकी अंतिम लोकेशन पुलिस को शिरडी में मिली थी।

मंदिरों से चैन उड़ाने वाला गिरोह पकड़ा, 13 चैन बरामद

ग्वालियर। ग्वालियर एवं मुरैना के मंदिरों पर नवरात्रि के मेलों में चैन उड़ाने वाले बावरिया गिरोह के 13 सदस्यों को लग्जरी गाडि़यों से सफर करते समय मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अलवर जाते समय गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये लोगों में 7 पुरूष और 6 महिला सदस्य हैं, आरोपियों ने ज्यादातर चैन स्नेचिंग ग्वालियर, मुरैना, बड़ोखर मंदिर, माता बसैया मंदिर, ग्वालियर के शीतला मंदिर, भितरवार के लखेश्वरी माता मंदिर से चैन उड़ाई थीं। पुलिस ने गाड़ी में गुप्त जगह छिपाई गई 13 सोने की चैनें बरामद की हैं।

करोड़ों की बत्ती गुल

ग्वालियर। (आर.के. कटारे) नगर के चौक चौराहों पर नगर निगम द्वारा बिना सोच बिचार के करोड़ों रूपये फूंक दिये गये, अधिकांश हाईमास्ट रख-रखाव के अभाव में बंद हैं, जिससे चैराहों पर अंधेरा छाया रहता है। करीब 92 प्रमुख स्थानों पर 200 हाईमास्ट लगाई गईं, पर नगर निगम के विद्युत विभाग की लापरवाही और देखरेख के अभाव के कारण करोड़ों रूपये के उपकरण खराब हो गये हैं और लोग अंधेरे में चलने के लिये मजबूर हैं, कई जगह बिना योजना के हाईमास्ट लगाये गये हैं।

हाईकोर्ट भेजी संदिग्ध छात्रों की फाइल

ग्वालियर। (आर.के. कटारे) गजराराजा मेडीकल काॅलेज के 2006 से 2008 तक तीन सत्रों के सभी संदिग्ध छात्रों की काॅलेज प्रशासन ने व्यक्तिगत फाइलें तैयार कर म.प्र. हाईकोर्ट जबलपुर विभाग के प्रमुख सचिव अजय तिर्की, संचालक चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 एस.एस. कुशवाह को तथा एक फाइल पुलिस विभाग को भेजी है, उधर 2008 के 8 निलंबित संदिग्ध छात्रों को नोटिस भी जारी की है। इसके अलावा 2006 से 2012 तक सभी संदिग्ध छात्रों के दस्तावेजों की नये सिरे से जांच पड़तालकर व्यक्तिगत फाइलें तैयार की जा रही हैं।


#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !