अतिथि शिक्षक के डेढ़ महीने का वेतन हड़प गए प्राचार्य

भोपाल। शासकीय हाई स्कूल पुरा के एक अतिथि शिक्षक ने अपने प्राचार्य पर आरोप लगाया है कि वो उसके डेढ़ महीने का वेतन हड़प गए। इस मामले में अतिथि शिक्षक ने जनशिकायत निवारण विभाग को भी लिखा परंतु कोई निष्कर्ष नहीं निकला।

परेशान अतिथि शिक्षक ने अपनी परेशानी भोपालसमाचार.कॉम को ईमेल की है। इस संदर्भ में हमने जिला शिक्षा अधिकारी श्री एसएन जी से उनके मोबाइल क्रमांक 9425124256 पर भी संपर्क करने का प्रयास किया परंतु संपर्क नहीं हो सका अत: बिना प्रतिक्रिया इस शिकायत को प्रकाशित किया जा रहा है ताकि सनद रहे एवं वक्त जरूरत काम आवे।

पढ़िए यह शिकायत:-

प्रति,
संपादक महोदय,
भोपाल समाचारडॉट कॉम

विषय:- संकुल प्राचार्य श्री एस के उपाध्याय कि अड़ियल, मनमानी प्रवित्ति एवं मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश क्रमांक एफ  44 -15 /2010 /20 -2 शासन के समसंख्यक आदेश दिनांक 23. 11 . 2010 ,07. 05. 2011 एवं 23. 06 . 2012 को ना मानने बावत

महोदय,
     
विनम्र अनुरोध है कि मैंने अतिथि शिक्षक के रूप में शासकीय हाई स्कूल पुरा में 01 जुलाई 2013 से 16 दिसम्बर 2013  तक गणित विषय का अध्यापन कार्य किया है। महोदय ये स्कूल, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लवकुशनगर जिला छतरपुर के अंतर्गत आता है, जिसके प्राचार्य को इसके अंतर्गत आने वाले समस्त स्कूलों के कर्मचारियों के वेतन आहरण का अधिकार सुरक्षित है।

श्रीमान जी, मेरा मानदेय संकुल प्राचार्य श्री एस के उपाध्याय जी ने 01 जुलाई से 13 अगस्त 2013 तक का आज दिनांक तक उपलब्ध नहीं कराया है। यद्दपि मैंने इस सन्दर्भ में संकुल स्तर से लेके जिला स्तर तथा मप्र शासन के जन शिकायत निवारण विभाग को भी दो बार निवेदन कर चुका हूँ ,जिसका शिकायत नंबर PG /256692 /2014 /99 तथा PG /253964 /2014 /99 है। लेकिन महोदय, आज दिनांक तक मेरी समस्या को किसी ने अहमियत नहीं दी। जबकि ऐसा करना महोदय, मानव अधिकारों का हनन कहना निःसंदेह गलत नहीं होगा।

अतः महोदय से साग्रह अनुरोध है कि मेरी बात को मीडिया में प्रकाशित करवाने का कष्ट करें। मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा। धन्यवाद!


YOURS
JEETENDRA DIXIT
09754693820

संपादक की डेस्क से
यदि आरोपित प्राचार्य को लगता है कि उपरोक्त आरोप निराधार हैं एवं उनके बदनाम करने का षडयंत्र है तो हम अपील करते हैं कि वो अपनी प्रतिक्रिया नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कराएं या हमें ईमेल करें। ताकि पाठकों के सामने दोनों पक्ष प्रस्तुत किए जा सकें एवं वास्तविकत स्थितित उजागर हो। खंडन प्राप्त होते ही प्रकाशित किया जाएगा।
यदि आपके पास है आरोपित प्राचार्य के संदर्भ में कोई जानकारी जो आप इस प्रकरण में संलग्न करना चाहते हैं तो कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में शेयर करें। 
हमारा ईमेल एड्रेस है
editorbhopalsamachar@gmail.com

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!