भोपाल। आपको याद होगा पिछले दिनों भोपालसमाचार.कॉम ने खुलासा किया था कि इन्दौर में नकली पुलिस सक्रिय है और वो लोगों को लूट रही है। बीते रोज यह प्रमाणित भी हो गया। इन्दौर पुलिस ने एक नकली महिला एसआई को अरेस्ट कर लिया। नकली पुलिस की हिम्मत देखिए कि वो खुद थाने पहुंची और स्टाफ को निर्देश भी दिए।
पुलिस के मुताबिक एमआईजी कोलोनी निवासी शबनम परवीन (26) शनिवार रात पुलिस उपनिरीक्षक की वर्दी में छोटी ग्वालटोली थाने पहुंची थी। वह अपने साथ महू थाने में पदस्थ एक आरक्षक को भी पकड़ कर लाई थी। उसका कहना था कि आरक्षक ने उसके साथ छेड़छाड़ की है। आरक्षक को पुलिस के हवाले कर कार्रवाई का आदेश देकर चली गई थी।
शबनम रविवार को फिर पुलिस वर्दी में थाने यह जानने के लिए पहुंच गई कि आरक्षक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। थाने में मौजूद थाना प्रभारी ने जब शबनम से उसके पदस्थी स्थान के बारे में पूछताछ की तो वह हड़बड़ा गई। शंका होने पर पूछताछ की गई तो उसने नकली उपनिरीक्षक होने की जानकारी दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में शबनम ने बताया कि उसने शनिवार को आरक्षक को रोकने का प्रयास किया था लेकिन वह नहीं रूका तो वह अपने चार साथियों का पीछा कर आरक्षक के घर पहुंच गई थी और उसे पकड़कर थाने ले लाई थी और उस पर फर्जी छेड़छाड़ का आरोप लगा दिया था। फिलहाल पुलिस शबनम से पूछताछ कर रही है।
परवीन ऎसे आई पकड़ में
शनिवार रात करीब 12 बजे एसआई शबनम परवीन पिता असलम निवासी दौलतगंज (उज्जैन) अपने साथी के साथ छोटी ग्वालटोली थाने पहुंची। दरअसल, महू थाने में पदस्थ आरक्षक गुरूदेवसिंह को वह कई दिनों से परेशान कर रही थी। गुरूदेव के परिजन ने शनिवार को महिला एसआई को साथियों के साथ इंदौर रेलवे स्टेशन पर देखा तो उससे बेटे को परेशान करने की बात कहकर थाने ले आए। परवीन ने एएसआई एमएस नायक व एएसआई मेड़ा से बताया कि वह डीआरपी लाइन में पदस्थ है।
परवीन ने सिपाही गुरूदेव पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। गुरूदेव ने कहा, महिला एसआई 27 मार्च से उसे परेशान कर रही है। वह ट्रेन से महू आता-जाता है। 27 मार्च की रात महिला एसआई बेसबॉल का बैट लेकर पीछे दौड़ी और धक्का देकर गिरा दिया, जिससे हाथ में चोट आई। एसआई ने डीआरपी लाइन स्थित गुरूदेव के घर पर भी साथियों के साथ जाकर हंगामा किया था।
फर्जी से बात कराती रही
थाने में कार्रवाई के दौरान परवीन पूरे समय मोबाइल पर बात करती रही। इस दौरान उसके दो-तीन साथी भी पहुंचे। उसने मेड़ा से फोन पर किसी एसआई कुशवाह से बात कराई। हालांकि कुशवाह कौन है, यह मेड़ा को नहीं पता। इस दौरान फरियादी पक्ष नकली एसआई बताता रहा, लेकिन दोनों अफसरों ने पूछताछ उचित नहीं समझा। बाद में परवीन साथियों के साथ कार में बैठकर चली गई। कार में भी पुलिस का लोगो लगा था।
एक्टिवा लेने आई और फंस गई
रात में महिला एसआई की एक्टिवा व उसके साथी की बाइक थाने में पुलिस ने जब्त कर ली थी। सुबह एसआई ने पुलिस से संपर्क किया, तब तक अफसर पता कर चुके थे कि शबनम परवीन नाम की कोई एसआई नहीं है। महिला ने चाट ठेला लगाने वाले इमरान कुरैशी को एक्टिवा लेने भेजा तो पुलिस ने उसे बैठा लिया। बाद में परवीन वर्दी में थाने पहुंची। टीआई रामनारायण शर्मा के मुताबिक, उसने सैल्यूट के बजाय हाथ जोड़कर नमस्कार किया।
जब आरआई का नाम पूछा तो नहीं बता पाई। महिला की वर्दी पर दो स्टार लगे थे। पुलिस ट्रेनिंग में स्टार लगाने का सलीका सिखाया जाता है, लेकिन स्टार गलत तरह से लगे थे। स्टार ने ही उसकी पोल खोल कर रख दी। नकली का खुलासा होते ही परवीन रो-रोककर टीआई से माफी मांगने लगी। पुलिस ने लोक सेवक प्रतिरूपण अधिनियम की धारा 177 के तहत केस दर्ज कर परवीन को गिरफ्तार कर लिया।
बोली, मां को मत बताना नहीं तो मर जाएगी
परवीन ने बताया, उसके पिता अंडे का ठेला लगाते हैं, पति की मौत हो चुकी है, उसका आठ साल का बेटा है। वह बीए द्वितीय वर्ष तक पढ़ी है। पुलिस कांस्टेबल पद के लिए परीक्षा दी, लेकिन सिलेक्ट नहीं हो पाई। पिता को उम्मीद थी वह पुलिस अफसर बनेगी, इसलिए मरीमाता चौराहा स्थित दुकान से वर्दी सिलवा ली और पहनने लगी। वह रोते हुए बोली, मैंने किसी से वसूली नहीं की, हालांकि कई बार झूठ बोलती रही। साथियों के बारे में नहीं बताया।
वह बोल रही थी, मेरी मां को मत बताना नहीं तो वह मर जाएगी। पुलिस को शक है कि परवीन गिरोह चलाती है, क्योंकि वह कई युवकों साथ रोज इंदौर आती थी। रविवार देर शाम जांच के लिए पुलिस परवीन को एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची। परवीन समाज के लोगों में भी धौंस जमाती थी।