भोपाल। नॉमर्ली रेल लेट होती है और बाकी सब टाईम पर चल रहा होता है परंतु आज राजधानी में बीजेपी किसान मोर्चा के रेलरोको आंदोलन का हश्र कुछ और ही हुआ। यहां हबीबगंज पर रेल टाईमली आ गई लेकिन रोकने के लिए आंदोलनकारी 1 घंटा लेट पहुंचे।
लंबी प्लानिंग के बावजूद भाजपा किसान मोर्चा का रेल रोको आंदोलन फुल्ली फ्लॉप हो गया। मोर्चा ने दोपहर 12 बजे ट्रेन रोकने की घोषणा की थी, लेकिन आंदोलकारी हबीबगंज स्टेशन एक बजे के बाद ही पहुंचे। इस दौरान यहां से कालका-साईनगर एक्सप्रेस बगैर कोई बाधा दो मिनट रुककर रवाना हो गई। वहीं जबलपुर-हबीबगंज एक्सप्रेस भी बिना किसी रुकावट स्टेशन पर जा पहुंची।
इससे पहले भाजपा मुख्यालय के बाहर मोर्चा की एक सभा हुई। यहां से कार्यकर्ता रैली के रूप में हबीबगंज स्टेशन पहुंचे। वहां पहले से ही आरपीएफ और जीआरपी के अलावा बड़ी संख्या में मप्र पुलिस बल के जवान तैनात थे। स्टेशन के अंदर यात्रियों और उनके परिजनों को अलावा किसी अन्य व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया गया। आंदोलनकारी एक बजे के बाद स्टेशन पहुंचे और बाहर नारेबाजी करने लगे। वे स्टेशन के अंदर भी नहीं घुस पाए। गिरफ्तारी की औपचारिकता हुई और सब कुछ खत्म।
इससे पहले भोपाल में रेल रोको आंदोलन
2 दिसंबर, 2011 को गैस पीडि़तों ने उचित मुआवजे की मांग को लेकर बरखेड़ी फाटक पर ट्रेन रोकी थी। इस प्रदर्शन के दौरान 6-7 घंटे रेल आवागमन प्रभावित हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज किया था।
3 अप्रैल, 2012 को किसान मोर्चा ने हबीबगंज स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन चलाया था। किसानों ने ट्रेन के ऊपर चढ़कर फोटो खिंचवाए थे।