भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) में बीडीएस फजीवाड़े के बाद हटाए गए 90 फीसद कर्मचारी वापस अपने विभागों में लौट आए हैं। इन कर्मचारियों को फेरबदल कर अन्य विभागों में पदस्थ किया गया था, लेकिन सेटिंग जमाकर कर्मचारियों ने धीरे-धीरे आमद दर्ज करा दी है।
गौरतलब है कि बीयू में बीडीएस की परीक्षाएं मई-जून में आयोजित हुई थीं, इनमें 556 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था, एसटीएफ की जांच में कई मामले सामने आए। इसके बाद विवि प्रशासन ने बीडीएस फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद 10 सितंबर को आदेश जारी कर 102 कर्मचारियों का तबादला कर दिया था। इनमें परीक्षा शाखा से 26 व गोपनीय शाखा से 24 कर्मचारियों को अन्य विभागों में स्थानान्तरित किया गया था, इसके अलावा ज्यादातर कर्मचारी अकादमिक, विकास, लेखा, मनोविज्ञान, भूविज्ञान, यूनिवर्सिटी साइंस इंस्ट्रूमेंटेशन सेंटर, विधि, रीजनल प्लानिंग एंड इकॉनमी ग्रोथ यांत्रिकी, भौतिकी, सीआरआईएम, भंडार, भाषा, एससी-एसटी कोचिंग सेंटर, संजय गांधी हॉस्टल व पत्राचार विभाग के शामिल थे। इन कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें परीक्षा व गोपनीय शाखा में काम करने का अनुभव नहीं है, इसलिए उन्हें न भेजा जाए, लेकिन बीयू प्रशासन ने फेरबदल के निर्देश जारी कर दिए थे। इसके बाद से कर्मचारी विभिन्न शाखाओं में पदस्थ कर दिए गए थे। पिछले कुछ समय में धीरे-धीरे इन कर्मचारियों की अपने मूल विभागों में आमद दर्ज करा दी है।