भोपाल। आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने गुरुवार को राजधानी में गुरुवार से शुरू हुई मध्य क्षेत्र की तीन दिवसीय समन्वय समिति की बैठक में अपरोक्ष रूप से ‘आम आदमी पार्टी’ की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आप से सबक लेने की जरूरत है।
भाजपा को वोट जुटाओ, लेकिन भाजपा में मत आओ
उन्होंने अपने अनुषांगिक संगठनों को सौ फीसदी मतदान का टारगेट सौंपा है। उन्होंने हर मतदान केंद्र पर एक- एक स्वयं सेवक की तैनाती की नई व्यवस्था करने के लिए कहा है। संघ प्रमुख ने स्वयं सेवकों को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें भाजपा में नहीं आना चाहिए।
भ्रष्टाचार के मामले उठाओ
संघ प्रमुख डॉ भागवत ने पहले दिन मध्य क्षेत्र के पदाधिकारी और अनुषांगिक संगठनों को संबोधित करते हुए कहा कि आप पार्टी ने भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर देशभर से जनसमर्थन बटोरा है। हमें आप को हलके में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे को नीचे तक ले जाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा जनता ने भ्रष्टाचार को भोगा है इसलिए उनमें नाराजगी है। संघ प्रमुख ने कहा कि देश में नेतृत्व परिवर्तन के लिए भाजपा सहित सभी अनुषांगिक संगठनों को आपस में तालमेल कर सौ फीसदी मतदान का लक्ष्य बनाना होगा।
फिलहाल सब एक हो जाओ, मोदी को पीएम बनाओ
आरएसएस के सर संघचालक डॉ मोहन भागवत ने किसी समय अपने प्रचारक रहे नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने के लिए चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दी है। इसके लिए संघ के मध्य प्रांत की समन्वय समिति की तीन दिवसीय बैठक राजधानी में शुरू हुई। भागवत ने मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि देश को मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक में राजनीतिक चर्चा नहीं होगी। भागवत ने अनुषांगिक संगठनों को तालमेल बनाने की नसीहत दी।
संगठनों से पूछा: भाजपा के लिए क्या क्या किया
लोकसभा चुनाव को देखते यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इसमें चार प्रांत मध्य, महाकौशल, मालवा और छग शामिल हुए। पहले दिन संघ के सभी संगठनों ने साल भर का ब्यौरा रखा। संघ प्रमुख ने हर संगठन का फीड बैक लेकर यह जानने का प्रयास किया कि ये भाजपा के पक्ष में कितना माहौल बना रहे हैं। कुछ संगठनों के पदाधिकारियों ने शिकायत की कि अन्य संगठन उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं। डॉ भागवत ने सभी पदाधिकारियों से ब्यौरा सुनने के बाद शाम को इन पदाधिकारियों के सामने अपनी बात रखी।
आपस में शिकायतें मत करो
उन्होंने अनुषांगिक संगठनों में तालमेल की कमी पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में इस तालमेल की कमी भारी पड़ सकती है। भागवत ने अपने एजेंडे का भी जिक्र किया। उन्होंने आंतरिक और बाहरी सुरक्षा पर चिंता जताई। इससे पूर्व आज सुबह साढे आठ बजे बैठक का शुभारंभ हुआ। यह बैठक तीन सत्रों में चली। इस दौरन पूर्व सरसंघचालक सुदर्शन की स्मृति में 600 पृष्ठीय सुदर्शन स्मृति ग्रन्थ सहित स्वास्थ्य चेतना पुस्तक का भी विमोचन हुआ।