नई दिल्ली। मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मण्डल घोटाले का मामला कांग्रेस ने मंगलवार को दिल्ली में भी उठाया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जानबूझकर करोड़ों के घोटाले के इस मामले की जांच सीबीआई को नहीं सौंप रहे हैं।
कांग्रेस का कहना है कि इस घोटाले में चौहान, उनके मंत्री और अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हैं। कांग्रेस ने कहा कि राज्य सरकार ने करोड़ों युवाओं के साथ धोखाधड़ी की है। विधायक दल के नेता सत्यदेव कटारे ने कहा कि मामले की यदि ईमानदारी से जांच होती तो अब तक शिवराज सिंह चौहान भी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की तरह जेल में होते।
कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव ,मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी और कटारे ने मीडिया से बातचीत की। इन नेताओं ने राज्य सरकार पर व्यापम को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए।
नेताओं ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले से कांग्रेस इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की बात कर रही है लेकिन मुख्यमंत्री ने जांच एसटीएफ को सौंप दोषियों को बचाने का काम किया है।
युवक कांग्रेस तो लगातार इस मामले को लेकर आंदोलन भी चलाया और बकायदा गिरफ्तारी भी दी। सरकार की तरफ से जब उनकी सीबीआई से जांच कराने की मांग को अनसुना कर दिया गया तो मंगलवार को उन्होने राष्ट्रीय मीडिया के समक्ष इस मुद्दे को रखा है।
मध्यप्रदेश में व्यवसायिक परीक्षा मण्डल पीएमटी सहित लगभग सभी विभागों के लिए चयन परीक्षा का आयोजन करता है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार के संरक्षण में इस संस्था ने योग्य छात्रों के साथ धोखा करते हुए बड़े पैमाने पर फर्जी छात्रों का चयन किया है।