भोपाल। इतनी गिरफ्तारियां, हंगामा और शोरशराबे के बावजूद व्यापमं में चल रहा भर्ती घोटाला बदस्तूर जारी है। ताजा मामले में दो युवकों को अरेस्ट किया गया है जो पुलिस विभाग की सिपाही भर्ती में आए थे। दोनों ने इसके लिए 4 लाख में सौदा तय किया था।
मंगलवार को पुलिस ने नई आरक्षक भर्ती के तहत दो प्रतियोगियों को गिरफ्तार कर लिया। यह फिजीकल टेस्ट में अपने स्थान पर किसी और से परीक्षा दिलवा रहे थे, लेकिन पुलिस ने फोटो और दस्तावेज के मिलान से दोनों की कलई खुल गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के अनुसार पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों का मंगलवार को फिजीकल टेस्ट आयोजित किया गया था। जहां भर्ती बोर्ड के इंचार्ज राजेश सिंह भदौरिया ने दो प्रतियोगियों को संदिग्ध हालत में पकड़ा। इनमें यूपी फिरोजाबाद निवासी संजय यादव पिता राजेश्वर यादव व रामवीर पिता समंद सिंह निवासी जौरा मुरैना को गिरफ्तार किया गया है। इनमें संजय यादव ने लिखित परीक्षा देने के बाद फिजीकल टेस्ट पास करने के लिए अपने भाई संदीप को शामिल करा दिया था। वहीं रामवीर ने लिखित परीक्षा में किसी और शामिल कराया था और फिजीकल टेस्ट में खुद आया था। पुलिस ने दोनों के रिकार्ड चेक किए तो फर्जीवाड़ा खुल गया।
चार लाख रुपए में किया गया सौदा
रामवीर सिंह ने आरक्षक परीक्षा पास कराने के लिए मुरैना निवासी अजिताभ रावत को चार लाख रुपए में सौदा किया था। इसमें पेशगी के रूप में एक लाख रुपए दिए गए थे। लिखित परीक्षा किसी और ने दी थी और फिजिकल में व खुद शामिल होने आया था।
व्यापमं माफिया अभी भी पकड़ से बाहर
व्यापमं में एक्टिव नौकरी माफिया अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर बना हुआ है। इसी के चलते अभी भी घोटाले बदस्तूर जारी हैं। पुलिस ने इस बार भी उन बेरोजगारों को अरेस्ट कर लिया जिन्होंने नौकरी के लालच में रिश्वत दी और बैकडोर इंट्री मारने का प्रयास किया परंतु उस कॉलर तक पुलिस अपने हाथ नहीं बढ़ा पा रही हैं जहां बेरोजगारों की रिश्वत पहुंच रही है।