भोपाल। मुंबई के बाद मध्यप्रदेश में भी मोनो रेल चलाने की कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के बड़े शहरों में इसकी जरूरत बताई है। बुधवार को पीपीपी पर आयोजित एक कार्यशाला में उन्होंने अफसरों से कहा कि भोपाल और इन्दौर के साथ जबलपुर के लिये भी बढ़ती हुई जनसंख्या का आकलन कर लाइट मेट्रो, मोनो रेल की परियोजना बनायें।
मुख्यमंत्री मंत्रालय में एक्सेलेरेटिंग इन्क्लूसिव ग्रोथ इन मध्यप्रदेश थ्रू पीपीपी पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बड़े नगरों को जोड़ने वाली एक्सप्रेस हाईवे और नये इन्डस्ट्रियल टाउन बनाने की पीपीपी आधारित योजना बनायी जाए।
शिक्षा के क्षेत्र में शासकीय स्कूलों को बेहतर बनाने अथवा राज्य शासन की शर्तों पर नये स्कूल खोलने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सुधार की पीपीपी मोड की योजना बनाने के निर्देश दिये। गरीबों के लिये अफोर्डेबल हाउस की योजना बनाते वक्त ऐसे घर का उपयोग करने वाले परिवारों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाय। गॉवों की बड़ी समूह पेयजल योजनाओं में पीपीपी मोड पर विचार करें।
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से पेयजल के निजीकरण के पक्षधर नहीं है। शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाना शासन की प्राथमिकता है। इस दिशा में प्रभावी कदम उठाये गये हैं।