भोपाल। लोकायुक्त के दायरे में आए निलंबित रेवन्यू ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. आरके द्विवेदी के लिए दोनों हाथों से बटोरा गया बडे बेटे की शादी का दहेज अब गले की हड्डी बन गया है।
लोकायुक्त पुलिस ने डॉ. द्विवेदी की उजागर 100 करोड़ से ज्यादा की काली कमाई में बडे बेटे अंकित की गत 2007 में हुई शादी में रायपुर निवासी बहू के परिजनों द्वारा दहेज में दिए गए कीमती सामान को भी जोड़ लिया है। जिसमें लग्जरी होंडा कार, स्विफ्ट कार, जेवरात, फर्नीचर, घरेलू सामानों सहित लाखों रुपए के कीमती सामान है। आलम यह है कि डॉ. द्विवेदी अब बेटे की शादी में लिए गए दहेज सार्वजनिक या कबूल नहीं कर सकते, क्योंकि उन्हें डर के ही दहेज लेने को लेकर लोकायुक्त नया मामला न दर्ज कर दे।
लॉकर से निकला सोना चांदी और रजिस्ट्रयां
सोमवार को डॉ. द्विवेदी के बेटे अंकित के नाम विदिशा ग्रामीण बैंक स्थित लॉकर को खोला गया। जिसमें करीब 130 ग्राम सोने के जेवरात, 150 ग्राम चांदी और भोपाल के तीन प्लॉट, मंडीदीप फैक्टरी व विदिशा के 7 हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्रयां बरामद की गई हैं।
9 साल की कमाई
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार 100 करोड़ से ज्यादा की बाजार मूल्य की संपत्तियां गत 2001 से 2009 के बीच खरीदी गई हैं। बरामद संपत्तियों का वास्तविक मूल्यांकन के लिए उनकी खरीदी तिथि में किए गए निवेश का मूल्य को जोड़ा जाएगा।
आज होनी थी सगाई
सूत्रों के अनुसार छापे के दौरान बरामद संपत्तियों को डॉ. द्विवेदी द्वारा छोटे बेटे अभिषेक की सगाई के लिए खरीदना बताया गया था। डॉ. द्विवेदी ने छोटे बेटे की सगाई 4 फरवरी को होनी थी, संभवत: छापे की कार्रवाई चलते सगाई का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।
500 रूपए के सोफे का बिल, डेढ़ लाख का
लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार छापे की कार्रवाई के दौरान संपत्तियों के मुल्याकंन करते समय डॉ. द्विवेदी ने ड्राइंग रूम में रखे लैदर के दो सोफे की कीमत 500 रूपए बताई थी, छानबीन में लोकायुक्त टीम को उक्त सोफे की खरीदी रसीदें मिल गई। जिसमें उनकी कीमत डेढ़-डेढ़ लाख रुपए दर्ज है।
हर कमरे में है टीवी
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक दर्जनभर से ज्यादा कमरों के आलीशान बंगले के हर कमरे में महंगी टीवी लगी हुई मिली, लिविंग और ड्राइंग रूम में भी टीवी लगी हुई थीं।
दर्जनभर बैंक खातों में मिले 30 लाख रुपए
डॉ. द्विवेदी और उनके परिवार के नाम पर 54 बैंकों में खातों की पास बुकें जब्त हुई थीं। इनमें से 12 खातों की शेष रकम 30 लाख रु. है। जबकि 40 से ज्यादा बैंक खातों की डिटेल आना बाकी है। लोकायुक्त पुलिस के अनुसार इस सप्ताह सभी बैंक खातों की शेष रकम और एक साल में हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी मिल जाएगी।
पैटियों में भरे मिले गिफ्ट
लोकायुक्त छापे के दौरान कई पेटियां बगैर खुले गिफ्ट पैकों से भरी हुई थीं। जिन्हें डॉ. द्विवेदी ने लोगों से उपहार स्वरूप लिया था। इनमें इलेक्ट्रिनिक आइटम, महंगी घटियां, कपडे आदि हैं।
मैं वहीं हूं, जिसे तुम सैल्यूट मारा करते थे
एक दिन भूमिगत होने के बाद डॉ. द्विवेदी घर लौट आए। लोकायुक्त पुलिस अफसरों के सामने पहुंचकर डॉ. द्विवेदी अपने पूराने अफसराना अंदाज में सबको देख लेने की धमकी देने से भी नहीं चुके। आधा दर्जन लोकायुक्त अफसरों की क्लास लेते हुए डॉ. द्विवेदी ने कहा कि ‘मैं तुम सबकी कुंडली बनाकर लौटा हूं’ । सूत्र बताते हैं कि डॉ. द्विवेदी ने एक डीएसपी समेत चार निरीक्षकों को उनकी बरसों पुरानी मैदानी पदस्थापनाएं याद दिलाते हुए कहा कि मैं वही हूं, जिन्हें तुम लोग सैल्यूट मारा करते थे।