इंदौर। मध्यप्रदेश के धार जिले में एक संग्रहालय की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक के चलते डायनोसोर के कम से कम छह करोड़ साल पुराने अंडों के दुर्लभ जीवाश्म कथित तौर पर चुरा लिए गए।
धार जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्रीकांत बनोठ ने बताया कि मशहूर पर्यटन स्थल मांडू के नजदीक बनाए गए संग्रहालय ‘अश्मधा’ में डायनोसोर के 27 अंडों के जीवाश्म रखे गए थे। इनमें से तीन अंडों के जीवाश्म 30 जनवरी की रात कथित तौर पर चोरी हो गए।
उन्होंने बताया कि यहां से 100 किलोमीटर दूर स्थित संग्रहालय से जब ये दुर्लभ जीवाश्म चोरी हुए, तब चौकीदार कथित तौर पर सो रहा था। उसे काम से हटा दिया गया है।
बनोठ ने बताया कि चौकीदार ने संग्रहालय के प्रभारी अधिकारी को डायनोसोर के अंडों के जीवाश्मों की चोरी की जानकारी दो दिन पहले ही दे दी थी। बावजूद इसके अधिकारी ने लापरवाही बरतते हुए कोई कदम नहीं उठाया। नतीजतन इस अधिकारी को पद से निलंबित कर दिया गया है।
इस बीच, पीथमपुर के शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) विक्रम सिंह ने बताया कि मांडू के नजदीक स्थित संग्रहालय से डायनोसोर के अंडों के जीवाश्मों की चोरी की सूचना पुलिस को आज दी गई। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ सम्बद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
खोजकर्ता संगठन ‘मंगल पंचायतन परिषद’ ने धार जिले में वर्ष 2007 के दौरान पहली बार बड़ी संख्या में डायनोसोर के अंडों के दुर्लभ जीवाश्म ढूंढ निकाले थे। इसके बाद यह जगह अचानक दुनिया की निगाहों में आ गई थी।
संगठन के प्रमुख खोजकर्ता विशाल वर्मा ने बताया कि धार जिले में मिले ज्यादातर जीवाश्म सौरोपॉड परिवार के डायनोसोर के हैं, जो 20 से 30 फुट ऊंचाई के होते थे। उन्होंने बताया कि ये डायनोसोर शाकाहारी थे और कम से कम छह करोड़ साल पहले रेतीले इलाकों में अंडे देने आते थे। (भाषा)