भोपाल। 16 साल की नाबालिग छात्रा का यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद आसाराम की बीजेपी की एक महिला विधायक ने सार्वजनिक रूप से आरती उतारकर उन्हें भगवान तुल्य प्रदर्शित किया।
इसके साथ ही यह मामला गर्मा गया है। दूसरे जागरुक नागरिकों, महिला संगठनों के अलावा कांग्रेस ने भी इसे हाथों हाथ लिया है और तीखे सवाल दागे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने शुक्रवार को कहा कि नए साल की पूर्व संध्या पर आसाराम के भक्तों के यहां आयोजित भजन प्रोग्राम में प्रवचनकर्ता की तस्वीर की आरती उतारकर बीजेपी विधायक समाज को क्या संदेश देना चाहती हैं। क्या वह आसाराम के कृत्यों का समर्थन करती हैं।
सलूजा ने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर बीजेपी पर दोमुंहेपन का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के नेता कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। उधर, आसाराम की तस्वीर की आरती उतारने को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर ऊषा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। जब ऊषा को फोन किया गया तो उनके एक असिस्टेंट ने फोन उठाकर जवाब दिया कि बीजेपी विधायक फिलहाल एक बैठक में व्यस्त हैं।
आसाराम (72) पर उनकी 16 साल की शिष्या के यौन शोषण का आरोप है। प्रवचनकर्ता को इस मामले में 31 अगस्त को उनके इंदौर स्थित आश्रम से देर रात गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत के तहत जोधपुर के जेल में बंद हैं।