भोपाल। नए साल के पहले दिन जब सारा देश जश्न मना रहा था, मध्यप्रदेश के इंदौर की पीथमपुर निवासी एक लड़की अपनी आबरू बचाने के लिए दो बदमाशों से संघर्ष कर रही थी। दोनों बदमाश चलती कार में उससे ज्यादती की कोशिश कर रहे थे।
छत्रीपुरा पुलिस के मुताबिक, पीथमपुर निवासी 22 वर्षीय पीडिता का आरोप है कि बुधवार रात 9 बजे वह महू नाका पर लाबरिया भेरू जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी, दो युवक नैनो कार लेकर आए। दोनों ने उसे कार से छोड़ने के बहाने बैठाया।
युवकों के नाम पीथमपुर निवासी संतोष जायसवाल व नितिन द्विवेदी है। दोनों युवक परिचित हैं, इसलिए वह विश्वास कर बैठ गई। कार में बैठते ही दोनों छेड़छाड़ करने लगे। उन्होंने ज्यादती करना चाही। कार के अंदर लड़की चीखती रही, लेकिन उसकी आवाज किसी ने नहीं सुनी।
धक्का मारकर कार से फेंका
छेड़छाड़ का सिलसिला एक किलोमीटर तक चला। दोनों ने लड़की को खूब प्रलोभन दिए। करोड़पति बनाने के सपने भी दिखाए। जब वह आबरू बचाने के लिए लोगों से मदद मांगने के लिए चीखने लगी तो उन्होंने लड़की को जान से मारने की धमकी दी। फिर जब दोनों के मंसूबे पूरे नहीं हुए तो उन्होंने लड़की को धमकाते हुए लाबरिया भेरू पर कार से धक्का मारकर बाहर फेंक दिया।
देवास के युवक ने की मदद
लड़की को बिलखते देख उसके पास देवास में रहने वाला युवक पहुंचा। लड़की ने आप बीती बताई तो उसने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद वह लड़की के साथ थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों बदमाशों के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज किया है। लड़की के अनुसार संतोष ढाबा संचालक है। नितिन एक निजी कंपनी में काम करता है।