भोपाल। बातों बातों में दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदश में बीजेपी को वोट करने वाले वोटर्स को बेवकूफ करार दिया है। हालांकि उन्होंने 'बेवकूफ' शब्द का उपयोग नहीं किया परंतु उनके बयान का लव्वोलुआब यही रहा।
सिंह ने बुधवार को कहा कि शायद मप्र की जनता को व्यापमं जैसा घोटाला करने, दंगा-फसाद कराने और किसानों को जेल भेजने, ब्लैक में खाद देने वाली सरकार ही चाहिए थी। इसीलिए शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनी है। दिग्विजय विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
शिवराज मेरे खिलाफ दर्ज कराएं मानहानि का मामला
विधानसभा सत्र के पहले दिन वे अपने पुत्र नवनिर्वाचित विधायक जयवर्धन सिंह की शपथ के दौरान विधानसभा पहुंचे थे। दिग्विजय ने यह आरोप दोहराया कि व्यापमं घोटाले के तार मुख्यमंत्री निवास से जुड़े हुए हैं, इसीलिए शिवराज इसकी सीबीआई जांच कराने को राजी नहीं हैं। दिग्विजय ने चुनौती दी कि यदि उनका यह आरोप गलत हो तो शिवराज उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएं।
नेता तो घमंडी ही होते हैं
दिग्विजय से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस की हार की वजह नेताओं का घमंड (इगो) था, तो उन्होंने जवाब दिया कि कुछ नेताओं को छोड़ दिया जाए तो सभी घमंडी होते हैं। उन्होंने माना कि कांग्रेस की तैयारी पूरी नहीं थी और भाजपा का माइक्रो मैनेजमेंट हमसे बेहतर था। एक सवाल के जवाब में दिग्विजय ने यह भी साफ किया कि वे राजगढ़ से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।