भोपाल। ज्यादती के आरोपी महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गिरीश वर्मा ने गुरुवार सुबह लाइन में लगकर नाश्ता किया। साथ ही जेल के ए ब्लॉक की बैरक नंबर 9 में उन्होंने मौन धारण कर लिया है। यदि उन्हें कोई जरूरत का सामान चाहिए तो वह उसे लिखकर जेल अधिकारी को बताते हैं।
इसके बाद जरूरत की चीजों को उनके पास पहुंचाया जाता है। जेल में उनके दो सेवादारों ने उनसे मुलाकात की। इस दौरान भी वर्मा ने सेवादारों से अपनी बात लिखकर बताई। जेल सूत्रों का कहना है कि वर्मा ने मुलाकात करने आए सेवादार रामदेव दुबे और एक अन्य सेवादार ने मुलाकात की। जेल में गुरुवार को वर्मा को फिर से मेडिकल परीक्षण किया गया। इस दौरान उनकी शुगर बढ़ने की बात सामने आई।
जमानत अर्जी खारिज
महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गिरीश वर्मा की ओर से पेश जमानत याचिका को न्यायाधीश सईदा बानो रहमान की अदालत ने गुरुवार को खारिज कर दिया है। ज्ञात हो कि बुधवार को रिमांड अवधि समाप्त होने पर पुलिस ने वर्मा को अदालत में पेश किया था,जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। मामले के अनुसार संस्थान में कार्यरत पीड़िता महिला ने आरोप लगाया है कि वर्मा ने वर्ष 1998 से 2013 के बीच कई बार उसके साथ ज्यादती की थी। महिला थाने में इसकी शिकायत 24 मार्च 2013 को की गई थी।