भोपाल। पीएमटी और प्री-पीजी परीक्षा-2012 में हुई गड़बड़ी के मामले में एसटीएफ के घेरे में आए अरविंदो मेडिकल कॉलेज के सीएमडी डॉ. विनोद भंडारी ने मॉरीशस से पत्र भेजकर कहा है कि वह अभी तीन हफ्ते और एसटीएफ के समक्ष प्रस्तुत नहीं हो सकते।
भंडारी के अनुसार वे यहां तबीयत खराब होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। तीन दिन पहले ही डिस्चार्ज हुए हैं। डॉक्टर ने उन्हें तीन हफ्ते का बेड रेस्ट की सलाह दी है।
एसटीएफ के मुताबिक पीएमटी-2012 फर्जीवाड़े में गिरफ्तार अरविंदो मेडिकल कॉलेज के जनरल मैनेजर प्रदीप रघुवंशी ने खुलासा किया था कि उसने भंडारी के कहने पर ही छात्रों को पीएमटी और प्री-पीजी परीक्षा में पास कराया था। इस खुलासे के बाद एसटीएफ ने डॉ. भंडारी को नोटिस भेज अपना पक्ष रखने को कहा था। इस दौरान वह 12 नवंबर को मॉरीशस रवाना हो गए।
उधर, प्री-पीजी में घेरे में आए रीवा डीआईजी आरके शिवहरे, डॉ. अजय शंकर मेहता, संजीव सक्सेना, भरत मिश्रा, राघवेंद्र सिंह तोमर अपना पक्ष रखने एसटीएफ के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए हैं। एसटीएफ को इन लोगों की तलाश कर रही है। सूत्रों के अनुसार डीआईजी शिवहरे भी अवकाश पर चले गए हैं।