भोपाल। प्रदेश के आईएएस अधिकारियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीख दी है कि वे काम के साथ खुद अपने लिए और अपने परिवार के लिए भी समय निकालें। उन्होंने कहा कि सुखी जीवन के लिये शरीर, बुद्धि और मन का सुख जरूरी है।
हमें काम के अलावा थोड़ा समय परिवार और अपने लिये भी निकालना चाहिये। पारिवारिक जीवन की तरफ ध्यान नहीं देगें तो जीवन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पायेंगे। शनिवार को मप्र आईएएस एसोसिएशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सर्विस मीट का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुबह अधिकारी को फोन लगाओ, तो यह सुनकर अच्छा लगता है कि साहब मॉर्निंग वॉक करने गए हैं।
उन्होंने कहा कि पहला सुख निरोगी काया है, क्योंकि शरीर सब धर्मों के पालन का माध्यम है। इसके बाद मन, बुद्धि और आत्मा के सुख भी जरूरी हैं। परिपूर्ण जीवन वह है जिसमें इन सभी सुखों का ध्यान रखा जाता है। सुखी वह है जो अंतरात्मा की बात मानता है। आरंभ में स्वागत भाषण देते हुए एसोसिएशन की अध्यक्ष अरूणा शर्मा ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा कई कल्याण गतिविधियां चलाई जा रही हैं।
वेलफेयर फंड भी स्थापित किया गया है। कार्यक्रम को प्रशासन अकादमी के महानिदेशक आईएस दाणी ने भी संबोधित किया। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अशोक वर्णवाल और सचिव संजय गोयल, पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रमण्यम और राज्य निर्वाचन आयुक्त आर.परशुराम सहित प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन हरिरंजन राव ने किया।