ग्वालियर। एमबीबीएस और पीजी कोर्स में फर्जी तरीके से प्रवेश लेने के आरोपियों की धरपकड़ के लिये एसटीएफ ने जीआर मेडीकल काॅलेज और पाटनकर बाजार स्थित एक नर्सिंग होम में छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया।
एसटीएफ रीवा रेंज के डीआईजी डबरा निवासी आरके शिवहरे की बेटी डाॅ0 नेहा शिवहरे और उसके पति डाॅ0 आशीष आनंद गुप्ता को गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। टीम ने उनका रिकाॅर्ड जप्त कर लिया। एसटीएफ ने आईपीएस अधिकारी आरके शिवहरे डबरा निवासी सहित 25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, लाखों रूपये के लेनदेन का हिसाब भी जप्त किया है, आरोप है कि आरके शिवहरे ने गौरव श्रीवास्तव, सेम श्रीवास्तव, प्रलेख तिवारी के चयन में 15 लाख प्रति परीक्षार्थी के हिसाब से 45 लाख रूपये महिन्द्रा को दिये, एसटीएफ ने गुजरात की फोरेंसिक लैब नितिन महिन्द्रा से जप्त कम्प्यूटर का डाटा रिकबर करवाया था। लेटेस्ट 2012 की फाइल में सब जानकारी मिली।
सुधीर शर्मा ने संतोष शर्मा, राजेन्द्र सिंह, कहर सिंह राजपूति, ज्योति साहू के नाम पंकज त्रिवेदी के माध्यम से मिलने का उल्लेख है, शर्मा के खिलाफ आरक्षक भर्ती घोटाले में एफआईआर हुई है, चार सदस्यीय टीम ने जीआर मेडीकल काॅलेज पहुंचकर डीन जीएस पटेल को परिचय देकर नेहा और उसके पति को बुलवाया, लेकिन पता चला कि दोनों पीजी स्टूडंेट 30 दिसंबर से आकस्मिक अवकाश पर हैं, डाॅ0 संजीव शिल्पकार एवं डाॅ0 मनोज जैन का भी रिकाॅर्ड कब्जे में कर लिया।
वर्तमान रीवा रेंज के डीआईजी शिवहरे की बेटी और दामाद का एडमिशन भी इसी गिरोह के माध्यम से हुआ था, इसके लिये मोटी रकम भी दी गई थी। व्यापम की पीएमटी प्री-पीजी व अन्य तकनीकी प्रवेश तथा सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में हुये, फर्जी बाड़े में आईपीएस अधिकारी भाजपा, काॅग्रेस के नेताओं सहित सात नाम अभी उजागर हुये हैं, जिनमें डीआईजी शिवहरे के अलावा भाजपा नेता सुधीर शर्मा, आईपीएस अफसर के भाई भरत मिश्रा, कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना, जन अभियान परिषद के डाॅ0 अजय शंकर मेहता, अरविन्दो मेडीकल काॅलेज इंदौर के सीएमडी डाॅ0 विनोद भंडारी और राघवेन्द्र सिंह तोमर शामिल हैं, कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना सहित चार संदिग्ध आरोपी फरार हैं। इधर एसटीएफ का कहना है कि डीआईजी आरके शिवहरे ने अपना पक्ष विवेचक के सामने रख दिया है। कुछ और महत्वपूर्ण नाम अभी पर्दे के पीछे हैं।
सीबीआई जांच के लिये याचिका
ग्वालियर। पीएमटी फर्जी बाड़े के सीबीआई से जांच कराने के लिये हाईकोर्ट ग्वालियर खण्डपीठ में जनहित याचिका दायर की गई है, अधिवक्ता अवधेश भदौरिया ने याची गौरव पांडे की ओर से दायर इस याचिका में प्रदेश की जांच एजेंसियों की निष्पक्षता पर संदेह जताते हुये, किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराये जाने की मांग की है।