इंदौर। व्यापमं की मनमानी और एमबीबीएस की खाली सीटों पर एडमिशन की मांग को लेकर बुधवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन शुरू हो गया है। उनका कहना है कि सीटें खाली है और हमारा वेटिंग में नाम है। इसलिए हम एडमिशन के हकदार है।
करीब 30 से 40 छात्र परिसर में इकट्ठा हो गए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। व्यापमं के अधिकारियों के कारण फर्जी छात्रों का एडमिशन हुआ और हमें सीट नहीं मिल पाई। उधर, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि किसी भी छात्र को एडमिशन देना संभव नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार सितंबर के बाद किसी छात्र को एडमिशन दिया ही नहीं जा सकता। इसलिए छात्रों की मांग व्यर्थ है।
25 सीट खाली
मप्र में पीएमटी फर्जीवाड़े की परतें खुलने के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेजों में करीब 85 छात्रों की परीक्षा निरस्त की गई है। इनमें इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से 150 में से 25 सीट खाली हो गई है। एडमिशन की मांग को लेकर उन्होंने विरोध शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि वे मेरिट होल्डर है। वेटिंग लिस्ट में नाम भी है। व्यापमं की मिलीभगत के कारण उनका हक मारा जा रहा है।