ये है मध्यप्रदेश का विष पुरुष, मजे से पीता है छिपकलियों का जूस

भोपाल। कोई गिरगिट, छिपकलियों, तिलचट्टों, मकड़ियों, केंचुओं और अन्य कीड़े-मकौड़ों को खाता-पीता है, यह जानकर एक पल के लिए शायद आपको यकीन न हो। लेकिन यह सच है। मध्य प्रदेश में सीहोर जिले के मैना गांव निवासी कैलाश ऐसे ही खतरनाक जीवों का सेवन करते हैं। लोग उनको 'विष पुरुष' कहते हैं।

40 साल के कैलाश पिछले 20 सालों से छिपकलियों का सोरबा पी रहे हैं। वह छिपकलियों की पूंछ खाते हैं और उसके शरीर के बाकी हिस्सों को उबालकर उसका रस बनाकर पीते हैं।

कैलाश का कहना है कि उन्हें सोने से पहले तीन छिपकलियों के जूस की जरुरत होती है। इसे पीए बिना उनको नींद नहीं आती।

कैलाश अब तक 60 से ज्यादा तरह के रेंगने वाले जीवों और कीड़े-मकौड़ों का स्वाद चख चुके हैं। आठवीं तक पढ़े कैलाश को लोग 'विष पुरुष' कहते हैं। जब उनके क्षेत्र में किसी को सांप काटता है तो लोग उनको बुलाकर ले जाते हैं। कैलाश का कहना है कि वह सांप का जहर चूसकर कई लोगों की जान बचा चुके हैं।

कैलाश ने अपनी इस खतरनाक आदत के बारे में बताया, 'जब मैं छोटा था तब कीड़े-मकौड़ों के साथ खेलता था। उसके बाद, मैं उनको खाने लगा। फिर यह मेरी आदत बन गई।' उनकी इस खौफनाक आदत को देखकर लोग हैरत में पड़ जाते हैं।

कैलाश को इस बात का दुख है कि लोग उनको तभी याद करते हैं जब जिंदगी और मौत का सवाल होता है। कैलाश कहते हैं, 'लोग सांप का जहर चूसने के लिए मुझे बुलाते हैं, वरना वह मुझसे मिलने से बचते हैं। मुझे तब बहुत बुरा लगता है जब लोग मेरे इस्तेमाल किए गए सामान को तोड़कर फेंक देते हैं।'


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