ग्वालियर। आरक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा होने के बाद सामने आ रही चैकाने वाली जानकारी में ग्वालियर चंबल संभाग में तैनात करीब ढाई दर्जन आरक्षक इस घोटाले में शामिल हैं,
व्यापम द्वारा आयोजित भर्ती में फर्जीवाड़ा उजागर होने पर एसटीएफ ने महाराजपुर थाने में पदस्थ आरक्षक प्रमोद शर्मा एवं अम्बाह मुरैना थाने में पदस्थ अजय प्रताप को गिरफ्तार कर भोपाल एसटीएफ के हवाले कर दिया है, करीब अन्य 16 सिपाही पीटीएस रीवा एवं अन्य जगहांे पर रोजनामचे में बिना रवानगी डाले, वहां से फरार हो गये हैं। इनमें से तीन ग्वालियर के निकट डबका गांव के रहने वाले गुर्जर जाति के हैं, फरार आरक्षकों की धरपकड़ के लिये पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस तकनीक का सहारा लेकर टीमें बनाकर तलाश शुरू कर दी है। डबका के अलावा ग्वालियर जिले के अन्य भर्ती सिपाहियों के भी नेताओं के माध्यम से भर्ती होने की चर्चायें शुरू हो गई हैं, जिनकी जांच अपेक्षित है।
एसएएफ सिपाही के भाई की गोली मारकर हत्या
ग्वालियर। प्रोपर्टी डीलर का काम करने वाले दिनेश पुत्र पुरूषोत्तम शर्मा निवासी पोरसा जिला मुरैना हाल सिकंदर कंपू ग्वालियर की हत्या 9एमएम की पिस्टल से कंपू थाना क्षेत्र के पुलिस हिल आईजी ग्वालियर के दफ्तर के पास कर दी गई, मृतक एसएएफ जवान का भाई था।
पुलिस द्वारा हत्या के आरोपी के मोटर साइकिल पर भागने पर नागरिकों द्वारा लिये गये, नम्बर के आधार पर खोजबीन कर चीनोर थाना क्षेत्र के छीमक गांव में पहुंची। वहां आरोपी बंटी उर्फ जितेन्द्र रावत पुलिस के हाथों से निकल गया, पुलिस उसके बड़े भाई राकेश पुत्र विद्याराम को दबाब बनाने के लिये उठा लाई है। बंटी का नाम सामने आते ही पुलिस दूसरे आरोपी की तलाश में हैं, मृतक के भाई धर्मेन्द्र चौहान का नाम लिया था। पुलिस ने धर्मेन्द्र को बिठा लिया है पूंछताछ जारी है।
जिम्मी आत्महत्या के मामले में दो गिरफ्तार
ग्वालियर। सूदखोरों के आतंक से मोबाइल कारोबारी जिम्मी उर्फ दीपेश चुघ द्वारा आत्महत्या किये जाने के मामले में पुलिस ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग रिपोर्ट आने पर जिम्मेदार बताये गये सात लोगों में से बंटी उर्फ विपिन गर्ग और गगन गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है, बांकी पांच की तलाश जारी है। अगस्त माह में दीपेश ने सूदखोरों के आतंक के चलते आत्महत्या फांसी लगाकर करली थी। कमरे से मिले सुसाइड नोट में सात लोगों को जिम्मेदार बताया गया था।
तंग गलियों में चल रही कोचिंगों से परेशान रहवासी
डबरा। शिक्षा के अधिकार अधिनियम की धाराओं एवं स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशों का उल्लंघन करते हुये, शासकीय शिक्षकों द्वारा तंग गलियों में कोचिंग नियम विरूद्ध चलाई जा रही हैं, सुबह 6 बजे अंधेरे में हीं लड़कियां और लड़के कोचिंग के लिये घर से बाहर निकल आते हैं, अंधेरे में दिल्ली दामिनी जैसी कोई घटना न हो इस बावत पूर्व एसडीओपी श्री कुरेशी ने 8 बजे से कोचिंग शुरू करने के निर्देश दिये थे, लेकिन उनके जाते ही सड़कों पर वाहनों का जाम और कोचिंगों के पास मजनूओं का जमवाड़ा तथा छेड़खानी से आसपास के रहवासी नागरिक परेशान हो रहे हैं, तंग गलियों में कोचिंग होने से वाहन सड़कों पर पार्क कर दिये जाते हैं, इससे आयेदिन विवाद होते हैं, पूर्व में नगर पालिका ने भी पार्किंग की जानकारी ली थी, परंतु कुछ कोचिंगों ने गलत जानकारी देकर गुमराह किया। नगरवासियों ने गलियो से कोचिंग हटाने की मांग की है।