ग्वालियर। बिजली महकमे में नगर संभाग उत्तर के अधिकारियों ने बीपीएल कार्डधारियों के लिये चलाई गई दीनबंधु योजना का लाभ अपात्रों को दे दिया, एक नेता को चुनाव में लाभ पहुंचाने के लिये बिजली कंपनी को करोड़ों रूपयों की चपत शहर महाप्रबंधक के नेतृत्व में लगी है।
इस पर मात्र एक वेतन वृद्धि शहर महाप्रबंधक पीके तिवारी की रोकी गई है, इस योजना में बीपीएल कार्डधारी उपभोक्ता की बकाया राशि पर पूरा अधिभार माफ था तथा बकाया राशि का 50 प्रतिशत शासन ने भरा व शेष 50 प्रतिशत बिजली कंपनी को भरना हैं, अधिकारियों ने पद का दुरूपयोग कर नगर संभाग उत्तर में उपमहाप्रबंधक द्वारा इसमें अपात्रों को छूट दी गई और जेसी मिल श्रमिकों को भी शामिल कर लिया, जबकि इन श्रमिकों के लिये अलग योजना थी, जितने 3 हजार से अधिक बीपीएल कार्डधारक बताये गये उतने धारक है ही नहीं। मुख्य महाप्रबंधक म.क्षे.वि.वि. कंपनी ग्वालियर वीरेन्द्र गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि रिकाॅर्ड देखकर उसके बारे में बता पाऊँगा। गड़बड़ी पाये जाने पर कार्यवाही की जायेगी।
इस योजना में बीपीएल कार्ड धारक के बच्चे व किरायेदारों को भी गलत ढंग से शामिल कर लिया गया, बीपीएल कार्डधारकों की संख्या 32 हजार भेजी गई बाद में आपत्ति आने पर नगर निगम ने जानकारी जुटाई, इस मामले की जांच एवं कार्यवाही की मांग उठी है।