हुई डबल डेकर की जांच: पेसेंजर सेटिस्फाइड क्यों नहीं हैं

भोपाल। ट्रेन हबीबगंज से इंदौर के बीच चलाई जा रही डबल डेकर ट्रेन और हबीबगंज के कोचिंग डिपो की व्यवस्था कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) चेतन बख्शी ने देखीं। वे यहां तीन दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के सिलसिले में पहुंचे।

सीआरएस बक्शी ने डबल डेकर के मेंटेनेस संबंधी अधिकारियों से चर्चा की। सीआरएस ने बताया कि डबल डेकर के डेक्स में बने स्टोरेज कंपार्टमेंट को पैसेंजर ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते जबकि इससे हेड रूम में पैसेंजर को उठने में झुकना पड़ता है। कोच में बनी कोने वाली सीट और स्टोरेज कंपार्टमेंट में सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं।

इधर सीआरएस के निरीक्षण के दौरान ट्रेन के कोच में लगे स्लाइडर गेट जाम मिले। कोच में एसी ठीक से काम नहीं कर रहा था। कोच में बने टॉयलेट में साफ-सफाई को देखा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के निर्देश दिए।

आज आरआरई आएंगे

बुधवार को रेलवे सेफ्टी कमिश्नर बक्शी भोपाल स्टेशन के पास बने आरआरई(रूट रिले इंटरलॉकिंग) का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वे आरआरई में काम कर रहे कर्मचारियों से रूट रिले इंटरलॉकिंग के संबंध में इंटरनल जानकारी लेंगे।

अभी नहीं बढेगी स्पीड

बक्शी ने कहा कि हबीबगंज से बैरागढ़ स्टेशन के बीच तय 75 किमी प्रतिघंटा स्पीड में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। इसके समय में बदलाव रेलवे बोर्ड से ही होगा। यात्रियों की कमी के चलते ट्रेन संचालन में घाटा हो रहा है, लेकिन बंद नहीं होगी। शुरुआत में सभी ट्रेनों के यात्रियों की संख्या कम ही होती है।

पुश बैक नहीं कर रहा था काम

कोच की कुछ सीटों का पुश बैक भी काम नहीं कर रहा है। कोच मेंटेनेंस को लेकर यात्रियों की शिकायत आम है। सीटों में पुश बैक को सही करने के निर्देश दिए गए। साथ ही स्पेस भी ठीक करने को कहा है। अन्य आईएसओ गाड़ियों भोपाल एक्सप्रेस व रेवांचल में की यात्री सुविधाएं भी देखीं। कोचिंग डिपो में सुधार संबंधी सुझाव भी सीआरएस ने एडीआरएम एके गुप्ता गुप्ता, सीनियर डीएमई, डिपो इंचार्ज सहित रेल अधिकारियों को दिए।

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