भोपाल। आदिम जाति राज्यमंत्री हरिशंकर खटीक के बाद अब कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया के खिलाफ भी भाजपा कार्यकर्ता मुखर हो गए हैं। सोमवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे पथरिया (दमोह) के कार्यकर्ताओं ने ‘कुसमरिया हटाओ-सीट बचाओ’ के नारे लगाए।
यही हाल राजगढ़ जिले की नरसिंहगढ़ की सीट का भी रहा। काफी संख्या में भोपाल पहुंचे कार्यकर्ताओं ने मौजूदा विधायक मोहन शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
भाजपा विधायकों के विरोध को देखते हुए वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी दफ्तर से किनारा कर लिया है। इन कार्यकर्ताओं की सुनने के लिए कोई भी वरिष्ठ नेता दफ्तर में नहीं उपलब्ध नहीं है। बताया जाता है कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा और कैलाश जोशी को कार्यालय में बैठने को कहा गया था। मंशा यह थी कि दूर-दराज से आ रहे कार्यकर्ताओं की बात सही तरीके से सुनी जाए, लेकिन इस बार ऐसी कोई व्यवस्था पार्टी दफ्तर में नहीं है।
सोमवार को प्रदेश प्रवक्ता विजेंद्र सिंह सिसोदिया भी कार्यालय नहीं पहुंचे। कार्यालय मंत्री आलोक संजर ने लोगों को समझाने की कोशिश की तो कार्यकर्ताओं ने दो-टूक कहा-‘प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को ही बुलवाया जाए। तुम क्या समझाओगे।’
हालांकि इसके बाद भी संजर ने अलग-अलग विधानसभा से आए लोगों की बात सुनी और वरिष्ठ नेताओं तक बात पहुंचाने का भरोसा दिलाया। पिपरिया और नरसिंहगढ़ से ज्यादा संख्या में आए लोगों के भारी विरोध को देखते हुए संजर उन्हें कार्यालय में लेकर गए और आधा घंटे समझाया। बाद में दूरभाष पर तोमर से बात भी कराई।
आधा दर्जन विधायकों का हुआ विरोध
खातेगांव (देवास) से बृजमोहन धूत, नरसिंहगढ़ (राजगढ़) से मोहन शर्मा, पथरिया (दमोह) से डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया तथा पिपरिया (होशंगाबाद) से ठाकुर दास नागवंशी और सुसनेर से संतोष जोशी के विरोध में लोग पार्टी दफ्तर पहुंचे। इसी प्रकार विदिशा से मुकेश टंडन के समर्थन में लोग पहुंचे, जबकि इस सीट से सुखप्रीत कौर दावेदारी कर रही हैं।