जेयू में आचार संहिता का उल्लंघन

ग्वालियर। जीवाजी विश्व विद्यालय में खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। आचार संहिता के बीच 8 साल पुराने टेंडर के आधार पर ही मल्टी आर्ट काॅम्प्लेक्स के निर्माण की स्वीकृति दी गई।

संबंधित फर्म मे. अभिकल्प कंसल्टेंट प्रा.लि. को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से नियमों की धज्जियां उड़ाई गई वहीं साढ़े पांच करोड़ के निर्माण की लागत बिना किसी स्टीमेट एवं समितियों की मंजूरी के बढ़ाकर 14 करोड़ रूपये करदी। विश्व विद्यालय में मल्टी आर्ट कम्प्लेक्स के निर्माण का जिन्न आठ साल बाद फिर से जाग उठा है पहले अधिकारी रोके रहते थे अब सैयां भये कोतबाल तो डर काहे का, की तर्ज पर आठ वर्ष बाद दो कार्य परिषद सदस्यों की मिली भगत से पूर्व में ही निकाले गये टेंडर के आधार पर संबंधित फर्म को ठेका देने की तैयार हो गई है। 

कार्य परिषद की बैठक में दोनों मेम्बरों में इस मुद्दे को एजेंडे में शामिल करवाया, ईसी ने इस मंजूरी भी दे दी और लागत बिना किसी स्टीमेट के साढ़े पांच करोड़ से बढ़ाकर 14 करोड़ करदी गई। मजेदार बात तो यह है कि वि.वि. के अधिकारियों ने उक्त फर्म पर कार्यवाही के बजाय उसे लाभ पहुंचाने का षड़यंत्र रच लिया है। इतने पुराने प्रकरण मंे किसी भी स्थिति में मंजूरी नहीं दी जा सकती। 

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता चार अक्टूबर को लग गई थी। वि.वि. प्रशासन ने 5 अक्टूबर को कार्य परिषद की कार्य सूची निकाली ऐसे में आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन हैं, लेकिन लाभ के लालच में वि.वि. अधिकारियों ने पद का दुरूपयोग करते हुये, आचार संहिता की परवाह नहीं की अब देखना है कि चुनाव आयोग इस पर कार्यवाही करता है या नहीं ?


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