भोपाल। फेस्टिव सीजन के दौरान आज गुरुवार को भोपाल जबकि दैनिक भास्कर ने एक बेहतरीन एड केंपेन मारा है वहीं पत्रिका ने उसकी सर्कुलेशन ही ब्लॉक कर दी। शहर के कई इलाकों में आज भास्कर की जगह पत्रिका डाला गया।
दैनिक भास्कर एवं पत्रिका के बीच संघर्ष तो सर्वविदित ही है। संघर्ष इसलिए क्योंकि यह प्रतियोगिता के नियमों के बाहर एक दूसरे को नुक्सान पहुंचाने की कवायद है। दैनिक भास्कर पिछले दो सालों से लगातार भोपाल के उन तमाम विज्ञापनदाताओं को अतिरिक्त डिस्काउंट आफर करता आ रहा है जो पत्रिका को विज्ञापन ना देने की डील करते हैं।
पत्रिका ने अपनी ओर आ रहे विज्ञापनों को रोकने के भास्कर के अभियान का बदला आज उस समय लिया जबकि दैनिक भास्कर ने भोपाल में एक स्पेशल मार्केटिंग कांसेप्ट डाला। पत्रिका ने आज भोपाल के कई पाठकों को हाईजैक कर लिया और आज सुबह उनका नियमित अखबार दैनिक भास्कर उन्हे नहीं मिल पाया, इसके बदले पत्रिका दरवाजे के भीतर से मुस्कुराता हुआ मिला।
माना जा रहा है कि धनत्रयोदशी के अवसर पर भास्कर, भोपाल में एक मेगा सप्लीमेंट लेकर आ रहा है। यह उसका पॉवर प्ले है परंतु पत्रिका ने उसे ब्लॉक कर देने की तैयारी कर रखी है। सनद रहे कि पत्रिका की लांचिंग के समय भास्कर पर भी उसे ब्लॉक करने के आरोप लगे थे। असलियत जो भी है लेकिन इस लड़ाई में भोपाल के विज्ञापनदाताओं का काफी नुक्सान हो गया।