सतना। बाबा रामदेव ने कहा कि अगर नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तो सीबीआई सरकार के नियंत्रण से मुक्त होगी। बाबा रामदेव मध्य प्रदेश के सतना में पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे।
नरेन्द्र मोदी क्या वाकई ऐसा करेंगे ...इस सवाल पर योग गुरु ने कहा सबसे पहले लोगों का चरित्र ही देखा जाता है. जहाँ तक नरेन्द्र मोदी का सवाल है तो उन्हें वो बीस सालों से जानते हैं और श्री मोदी ने उन्हें भरोसा दिया है कि उनके बीच सीबीआई को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करने और घोटालों जैसे मुद्दे पर जो कमिटमेंट हुआ है उसमें वो खरे उतरेंगे।
राईट टू कॉल के मसले पर बाबा रामदेव का कहना है कि देश की जनता अभी मानसिक रूप से राईट टू कॉल के लिए तैयार नहीं है. बाबा ने कहा कि देश में शिक्षा का स्तर अभी इतना नहीं सुधरा। उन्होंने घोटालों के बावजूद संसद और विधानसभा में पहुँचने वाले जनप्रतिनिधियों का उदाहरण भी दिया।
उमा भारती और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के तल्ख़ रिश्तों के सवाल के जवाब में योग गुरु ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी का अंदरूनी मामला है इसमें वो कुछ नहीं कहना चाहते। बाबा ने सिर्फ इतना कहा कि पार्टी को इस मसले को आपस में हल करना चाहिए।
अरविन्द केजरीवाल क्या परिवर्तन लाने में सामर्थ्य हैं ...इस सवाल पर बाबा ने बड़ी साफगोई से कहा कि परिवर्तन के लिए इमानदारी और सामर्थ्य जरूरी है। उन्हें केजरीवाल की इमानदारी पर कोई शक नहीं लेकिन उनमें सामर्थ्य की कमी है।
बाबा रामदेव के गुरु अजातशत्रु के लापता होने की चल रही सीबीआई जांच को वो नाजायज नहीं मानते लेकिन इतना जरूर कहते हैं कि उन्हें सीबीआई पर कोई संदेह नहीं लेकिन उनके आका की मंशा पर संदेह है। उन्होंने एक मर्तबा फिर याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट तक यह कह चूका है ....सीबीआई को आजादी की जरूरत है।
गुरु के लापता होने की चल रही सीबीआई जाँच में उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने उनसे सौदा करने को कहा था। सरकार के कुछ लोगों ने कहा था कि वो घोटालों का राग अलापना बंद कर दें तो सीबीआई जांच नहीं होगी। बाबा रामदेव ने कहा कि वो फांसी पर लटकने को तैयार हैं मगर सच का साथ नहीं छोड़ेगे।