अपने बुने जाल में फंस गया आसाराम को फंसाने की साजिश रचने वाला

भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा आश्रम में एक नाबालिग से दुराचार की कोशिश के मामले में जेल में बंद संत आसाराम को फंसाने की साजिश रचने वाला एक व्यक्ति अपने ही बुने जाल में फंस गया।

संत श्री आसाराम बापू मीडिया सेंटर से जारी एक प्रेसरिलीज में विस्तार से बताया गया है कि कैसे कुछ षडयंत्रकारी और पेड न्यूज चलाने वाले टीवी चैनल एकजुट होकर आसाराम बापू व उनके परिवार को बर्बाद करने की साजिश रच रहे हैं। भोपालसमाचार.कॉम पर आपने इससे पूर्व संत आसाराम के खिलाफ चलीं तमाम गतिविधियों को पढ़ा है, अत: हम उसी प्रमुखता के साथ संत आसाराम बापू के समर्थन में आए इस प्रेसरिलीज को बिना कोई कांटझांट के अपने बुद्धिजीवि पाठकों के सामने रख रहे हैं ताकि निष्पक्षता बरकरार रहे, पाठकगण दोनों पक्षों के बीच अपने विवेक से अंतर कर निर्णय तक पहुंच सके। 

अब पढ़िए वो प्रेसरिलीज जो संत श्री आसाराम बापू मीडिया सेंटर की ओर से भोपालसमाचार.कॉम को प्राप्त हुआ:-


संत श्री आशारामजी बापूजी पर झूठे आरोप लगाकर फ़साने वाले साजिसकर्ता गिरोह के भोलानंद की पोल खुली

  • जम्मु में भोलानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज
  • अपने ही जाल में फंस गया भोलानंद
अहमदाबाद। पिछले दो महीनों से संत श्री आशारामजी बापूजी को बदनाम करने की मानो होड सी लगी हुई है| एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत बापूजी सहित पूरे परिवार को किसी न किसी मामले में फ़ंसाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगाया जा रहा है|

कुछ पेड मीडिया द्वारा चैनलों पर संत श्री आशारामजी बापू के विषय पर काल्पनिक कहानिया बनाकर इस ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा कि मानो जैसे इनके द्वारा जो बताया जा रहा है वही सत्य है लेकिन वास्विकता इससे एक दम परे है|

संत श्री आशारामजी बापूजी और उनके परिवार को बदनाम करने व फ़साने वाले गिरोह के एक भोलानन्द नामक सख्स का अब जम्मु पुलिस के द्वारा पर्दाफाश हो गया है|संत श्री आशारामजी बापूजी के जम्मू आश्रम में बच्चों के दफन होने का आरोप लगा कर सनसनी फैलाने वाला विनोद कुमार गुप्ता उर्फ भोला नंद अपने ही जाल में फंस गया है।

भगवती नगर इलाके में रहने वाले एक युवक विक्की कुमार ने भोलानंद द्वारा उसे किए गए फोन की बातचीत की सीडी पुलिस को सौंपी है। इस सीडी में भोलानंद उसे संत श्री आशाराम जी आश्रम में बच्चों के कंकाल को भूमि में दबाने की बात कह रहा है। ऐसे करने पर विक्की को खूब पैसे देने की पेशकश भी की गई है।

एसएसपी जम्मू अतुल गोयल का कहना है कि युवक द्वारा भोलानंद के विरुद्ध पेश किए गए सुबूत गंभीर हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर नवाबाद थाने में भोलानंद के विरुद्ध मामले को दर्ज किया है। विक्की कुमार ने यह दावा किया है कि भोलानंद उसे पिछले कई दिनों से फोन नंबर 09920137719, 07506137501, 08080598279 से फोन कर आश्रम में बच्चों के श्मशान घाट में से कंकाल निकाल कर दफनाने के लिए कह रहा है।

उसने पुलिस को अपने फोन की कॉल डिटेल भी निकलवा कर दी है, जिसमें दो फोन भोलानंद की सिमकार्ड से किए गए हैं। फोन कॉल की रिकार्डिग में भोलानंद ने जम्मू के अलावा बाहरी राज्यों के कई आश्रमों में गड़बड़ करने का दावा भी किया है। पुलिस ने भोलानंद के विरुद्ध अपराध करने की साजिश रखना, अपराध के लिए दूसरों को उकसाने और किसी धर्म स्थल को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है।

एसएसपी जम्मू अतुल गोयल का कहना है कि पुलिस जांच में उन सीडी की जांच करेगी, जिसमें भोलानंद की आवाज होने की बात कही जा रही है। भोलानंद को जम्मू लाने की भी पुलिस कवायद कर रही है। भोलानंद द्वारा काफी समय से अनेक चैनलो के कार्यक्रमो में यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि भगवती नगर जम्मु स्थित संत आशारामजी आश्रम में बच्चों के शवों को दफनाया गया है।

भोलानंद के इस बयान के आधार पर ऑल इंडिया किसान सेवा संघ के प्रदेश प्रधान डॉ. राज कुमार चौधरी ने कोर्ट में अर्जी दायर कर पुलिस को इस आरोप की जांच करवाने की मांग की थी। जब भोलानंद आश्रम में रह रहा था| तब विक्की भी भोलानंद के संपर्क में आया था। आचार्य भोलानंद उर्फ विनोद कुमार गुप्ता का असली नाम ब्रजबिहारी गुप्ता है।

यह संत श्री आशारामजी बापूजी को बदनाम करने व फ़साने वाले गिरोह का एक मोहरा है| भोलानंद की माँ ने एक इंटरव्यू में इसकी काले कारनामो को उजागर करते हुए कहा कि यह इसने मुझे माँ को नंगा करके पीटा और ‘बापू के खिलाफ बलात्कार की एफ.आई.आर लिखवा वरना मैं तुझ पर बलात्कार करूँगा| ऐसे धमकी दी|अपनी माँ को ऐसा कहनेवाला मानव नहीं, पशु भी नहीं, हैवान है!ब्रजबिहारी ने माँ के साथ जो दुव्र्यवहार किया वह उसकी माँ और भाई ने इंटरव्यू में बताया है।

ब्रजबिहारी गुप्ता सन् 2000 में आश्रम में आया था। इसका आचरण शुरू से ही ठीक नहीं था। आश्रम में आनेवाली बहनों को गलत नजर से देखना, लोगों से झगडा करना, आदि हरकते करता था संचालको द्वारा बार बार चेतावनी देने पर भी उसके व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ। उसको आश्रम से निकाल दिया गया|

आश्रम से निकाले जाने के बाद गाज़ियाबाद में उसने अपना नाम बदलकर खुद को आचार्य भोलानन्द घोषित कर दिया|और ठगी करने लगा| बापूजी को बदनाम करने व फ़साने वाले गिरोह के हाथो का मोहरा बन गया लेकिन कहा जाता है जो दूसरों के लिए कुआ खोदता है स्वयं ही उसमे गिर जाता है|अब संत श्री आशारामजी बापूजी को बदनाम करने व फ़साने वालो की पोल खुलने लगी है|



डॉ.सुनील वानखड़े
केन्द्रीय मीडिया प्रभारी,मो
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