भोपाल। प्राइवेट प्रैक्टिस पर प्रतिबंध लगाने व कई उपकरणों का इस्तेमाल न करने देने से नाराज सरकारी डॉक्टरों ने अब सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। डॉक्टरों ने पूरे मध्यप्रदेश में 13-14 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश पर रहने का ऐलान किया है।
मांगे न माने जाने पर 15 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान भी किया है। मध्यप्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के इकबाल मैदान में हुए सम्मेलन यह फैसला किया गया। संघ के सचिव डॉ. माधव हसानी ने बताया कि हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवाएं भी बंद रहेंगी और एमएलसी भी नहीं की जाएगी। इस सम्मेलन में मध्यप्रदेश के सभी 50 जिलों के डॉक्टर शामिल हुए थे।
इस धरना प्रदर्शन में प्रदेश भर के 1 हजार से भी अधिक डॉक्टरों के शामिल होने की संभावना है। खास बात यह है कि डॉक्टरों को स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन, नर्सिंग होम्स एसोसिएशन व जूनियर डॉक्टर, ड्रेसर एवं फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भी समर्थन दे रहे हैं।
मप्र मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अजय खरे ने कहा है कि सीएम से मिलने का समय मांगा गया है। उन्होंने कहा प्रदर्शन के बाद रैली भी निकाली जाएगी। डॉ. खरे ने कहा इस प्रकार से विरोध करने के लिए डॉक्टरों को सरकार व विभाग के आला अधिकारियों ने मजबूर किया है। डाक्टरों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।