अनूपपुर। जिले में कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ विधानसभा में कांग्रेस की पराजय के लिए तत्कालीन कलेक्टर के०के० खरे जिम्मेदार है और वे इस समय हमारे क्षेत्र में कमिश्रर के रूप में कार्य कर रहे है, जब हम सत्ता में आएगे तो उन्हे देख लेगे। हम उन्हे इतना परेशान करेंगे कि वे गलत कार्य करना भूल जाएगे।
सामुदायिक भवन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने जिले के तत्कालीन कलेक्टर एवं वर्तमान में कमिश्रर ग्वालियर के पद पर पदस्थ आई.ए.एस. केके खरे को उक्त धमकी दी। जानकारों का मानना हैं कि लगभग इसी अंदाज में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 2002-03 में कर्मचारियों/अधिकारियों के लिए इससे मिलती जुलती भाषा का उपयोग किया था और उन्हे कर्मचारियो-अधिकारियों की नाराजगी के कारण 10 वर्ष का वनवास भोगना पडा।
मामले से जुडे पार्टी सूत्रो के अनुसार अनूपपुर के सर्किट हाऊस में पत्रकार वार्ता के पश्चात सामुदायिक भवन में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान २००८ में विधानसभा चुनाव में पुष्पराजगढ़ एवं कोतमा में कांग्रेस की पराजय पर चर्चा हुई। मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शंकर प्रसाद शर्मा, भाईलाल पटेल, प्रेम कुमार त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, फुंदेलाल ङ्क्षसह, श्रीमती गीता सिंह, करतार सिंह के साथ जिले के तमाम पार्टी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।
कमिश्रर को देख लेने की दी धमकीविधानसभा चुनाव की समीक्षा करते हुए श्री सिंह ने कोतमा और पुष्पराजगढ में कांग्रेस की पराजय का ठीकरा तत्कालीन कलेक्टर के.के. खरे पर फोडते हुए उन्हे हार का जिम्मेदार बतलाया। उन्होने कहा कि श्री खरे वर्तमान में ग्वालियर कमिश्रर हैं और हम सत्ता में आने पर इन्हे इतना परेशान करेगे कि ये गलत करना भूल जाएगे। हमारी सरकार बनने पर हम इन्हे देख लेगें।
कार्यकर्ताओं को मिलेगा पहला लाभ कांग्रेस की सरकार बनने पर लाभ के अवसरो में पहला लाभ पार्टी के कार्यकर्ताओ को दिया जाएगा। दूसरा अवसर आदिवासी समाज को और इसके बाद समाज के अन्य हिस्सों को मिलेगा। उन्होने मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रस्तुत न हो पाने वाले अविश्वास प्रस्ताव की कॉपी प्रत्येक कार्यकर्ता तक वितरित करने के निर्देष दिए और कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार और काले कारनामों को जन-जन तक पहुंचाए।
आदिवासी मतदाताओं पर नजरउन्होने कार्यकर्ताओ से कहा कि चुनाव में आदिवासी क्षेत्रों पर पार्टी का विशेष ध्यान हैं। इस क्षेत्र में ४७ विधानसभाएं है और जो पार्टी इन क्षेत्रों में अधिक से अधिक सीट जीतेगी उसी की सरकार बनेगी। भाजपा ने सेट किया मीडियालक्ष्मण सिंह ने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभिन्न सर्वेक्षणों में भारतीय जनता पार्टी की पराजय और कांग्रेस की प्रदेश में सरकार बनने के तथ्य सामने आ रहे है।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मीडिया को मैनेज किया हुआ है इसलिए मीडिया में भाजपा को १२५-१३० सीटे मिलने की बात कही जा रही है। कमलनाथ, ज्योतिरादित्य केन्द्र में दें ध्यान एक चैनल से वार्ता करते हुए श्री सिंह ने कहा कि कमलनाथ एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया केन्द्र में मंत्री हैं। उन्हे और कितने पद चाहिए? उन्हे केन्द्र में ध्यान देना चाहिए।