ग्वालियर। मध्यप्रदेश के शहर ग्वालियर में एक स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार के कथित मामले में एक अभियुक्त को जनता ने सडक पर पीट-पीट कर मार दिया। इस मामले में पीड़िता ने नरेंद्र कुशवाहा और दिनेश चौहान के खिलाफ थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस दिनेश चौहान को गिरफ्तार कर चुकी थी।
बलात्कार के अगले दिन नरेंद्र कुशवाहा पीड़िता के परिवार वालों को कथित तौर पर धमकाने के लिए उनके घर पहुँचे। उनके वहाँ पहुँचने पर मोहल्ले के लोग जमा हो गए। भीड़ ने पहले पत्थरों से हमला बोला और बाद में नरेंद्र की पिटाई कर दी।
घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने तक नरेंद्र की हालत बिगड़ चुकी थी, बाद में अस्पताल में नरेंद्र की मौत हो गई। ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा, "जिन लोगो ने हमला किया उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी. "
ग्वालियर शहर के बहोडापुरा इलाके के सिंधिया नगर की रहने वाली 11वीं की छात्रा बुधवार रात को शौच के लिए घर के बाहर निकली थीं। पीड़िता का कहना है, "तभी नरेंद्र कुशवाहा और दिनेश चौहान ने उनका अपहरण कर लिया और उन्हें एक सुनसान मकान में ले जाकर उनके साथ बलात्कार किया." छात्रा के घर जाकर आपबीती सुनाने पर घरवालों ने सुबह थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि, "दिनेश चौहान को पुलिस ने सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था और नरेंद्र की तलाश जारी थी."
गुरूवार की शाम नरेंद्र ने सिंधिया नगर पहुँच कर छात्रा और उनके परिजनों को कथित तौर पर डराने धमकाने की कोशिश की. इसकी भनक लगने पर स्थानीय लोग इकटठा हो गए. नरेंद्र ने कथित तौर पर ने लोगों को डराने के लिए देसी कट्टा निकाल लिया. इस पर भीड़ भड़क उठी और पथराव शुरू कर दिया.
भीड़ ने नरेंद्र की पिटाई की. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मुश्किल से नरेंद्र को गुस्साए लोगों की भीड़ से बचाया. पुलिस उन्हें फौरन अस्पताल ले गयी जहाँ डाक्टरों से नरेंद्र को मृत घोषित कर दिया.