‘हम है राही प्यार के हमसे कुछ न बोलिए, जो भी प्यार से मिला हम उसी के हो लिए’ अपने गाए गीत की इन पंक्तियों को जीवन का फलसफा मानने वाले किशोर कुमार ने गायिका लता मंगेशकर के साथ सैकड़ों सुपरहिट गीत गाए हैं। इसके बावजूद बहुत कम लोगों को पता है कि अपने करियर के आरंभ में ही उनकी सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर से अनजाने में अनबन हो गई थी।
लता मंगेशकर ने इस घटना का जिक्र एक बार कुछ इस प्रकार किया था। बांबे टॉकीज की फिल्म “जिद्दी”के गाने की रिकांडिग करने के लिए जब वह एक लोकल ट्रेन से सफर कर रही थी तो उन्होंने पाया कि एक शख्स भी उसी ट्रेन में सफर कर रहा है। बाद में स्टूडियो जाने के लिए जब उन्होंने तांगा लिया तो देखा कि वह शख्स भी तांगा लेकर उसी ओर आ रहा है।
लता ने कहा,”जब वह बांबे टॉकीज पहुंची तो उन्होंने देखा कि वह शख्स भी बांबे टॉकीज पहुंचा हुआ है। बाद में उन्हें पता चला कि वह शख्स किशोर कुमार हैं। इसे महज संयोग ही कहा जाए कि बतौर गायक किशोर कुमार ने इसी फिल्म से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। दिलचस्प बात है कि इस फिल्म में उन्हें देवानंद के लिए गाने का मौका मिला और बाद में वह देवानंद की आवाज कहलाए।
मध्यप्रदेश के खंडवा में चार अगस्त 1929 में जन्मे किशोर कुमार को 13 अक्टूबर 1987 को दिल का दौरा पड़ा और वह इस दुनिया से विदा हो गए। किशोर कुमार ने अपने सम्पूर्ण फिल्मी कॅरियर में 600 से भी अधिक हिन्दी फिल्मों के लिए अपना स्वर दिया।