अनूपपुर(राजेश शुक्ला)। जिले की 119 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां के सरपंच एवं सचिव को सीईओ व विधायक के लिए हफ्ता भेजना ही पड़ता है। यदि नहीं भेजते तो किसी ना किसी संकट में फंसा दिया जाता है। मामला पुष्पराजगढ़ विकासखंड का है।
इस विकासखण्ड की 119 ग्राम पंचायतों में से ऐसी कोई पंचायत नहीं जहां जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं विधायक के नाम पर सचिवों से हर माह हिस्सा लेते हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायतों से दो से पांच हजार रूपये तक सचिव इन्हें चढोत्तरी देता है।
अगर इस क्षेत्र में सही ढंग से जांच कराई जाये तो इसकी असलियत सामने आ जायेगी। कहीं मजदूरों की राशि बैंक से पूरी आहरण कर ली गई है। इंदिरा आवास की राशि का खर्च दिखा दिया गया है। चाहे कपिलधारा कूप की राशि हो, आये दिन इसकी शिकायत कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा की जाती है कि सरपंच, सचिव ने योजनाओं की राशि नहीं दी है।
वहीं शासन द्वारा जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी का स्थानांतरण बडवानी के लिये किया गया है, किंतु अभी ये इस कुर्सी को छोडऩे के मूड में नहीं दिखाई दे रहे है और अपने स्थानीय आका के दम पर जमे रहना चाहते हैं।
ग्राम पंचायत खजुरवार के मजदूरों ने इस आशय की शिकायत की है।