भोपाल। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास मौजूद कम्प्यूटरों को उपयोग भारत विरोधी गतिविधियां, पोर्न बेवसाइट के संचालन या आपराधिक कृत्यों में किया जा रहा है। इसकी भनक लगते ही विभाग ने तमाम अफसरों के नाम निर्देश जारी कर दिए हैं। फिलहाल मामले को यहीं के यहीं खत्म कर देने के प्रयास किए जा रहे हैं एवं असलियत छिपाई जा रही है।
इस संबंध में विभाग ने सख्त लहजे में चेताया है कि भविष्य में इंटरनेट के जरिए आवांछित गतिविधि करने पर आपके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ आईटी एक्ट का उलंघन मानते हुए पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग सभी अपर संचालक, अतिरिक्त संचालक, संयुक्त संचालक, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के कार्यालयों में लगे इंटरनेट कनेक्शन के उपयोग करने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इस आदेश में उल्लेखित किया गया हे कि कार्यालय प्रभारी विभाग द्वारा लगवाए गए इंटरनेट कनेक्शनों का उपयोग केवल सरकारी और विभागीय हित में उपयोगी जानकारी संकलित करने में वेबसाइटों को अवलोकर करें।
सभी संबंधित अधिकारियों को साफ तौर पर बताया गया है कि विभाग में राष्ट्रीय सूचना केंद्र द्वारा इंटरनेटी सुविधा दी जा रही है। इसके चलते हर एक कंप्यूटर का अलग-अलग आईपी एड्रेस होने के कारण अवलोकन की गई सभी वेबसाइट के अवलोकन की रिकार्डिंग की जाती है।
विभाग ने सचेत करते हुए निर्देशित किया है कंप्यूटर को पासवर्ड से प्रोटेक्ट करें ताकि अनाधिकृत या अनावश्यक तत्वों द्वारा इंटरनेट का उपयोग नहीं किया जा सके। भविष्य में यदि आवांछित गतिविधियां यहां संचालित की जाती हैं तो आईटी एक्ट के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी देकर पावती प्राप्त करें
विभाग द्वारा जारी निर्देश में इंटरनेट के उपयोग में सभीं दतरों के संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को जानकारी देकर आगाह करने के निर्देश दिए हैं। उन्हें जानकारी देकर इस संबंध दी गई जानकारी उनके हस्ताक्षर की हुई पावती प्राप्त करने को कहा गया है।
इसके बाद भी यदि कोई इसका दुरुपयोग करता है तो इसे सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। अधिकारियों को समयस मय पर औचक निरीक्षण कर आईटी सेल को सूचित करने के निर्देश भी जारी किए गए है।