उमेश नेक्स। अब जब अभा..गे राघवजी को अस्सी साल की उम्र में नवाबी शोक ने उन्हे कही का ना छोड़ा मंत्री पद तो गया सो गया भाजपा से भी चलता कर दिया गया...। कल तक जो पुलिस राघवजी की सुरक्षा में चलती थी आज वही पुलिस राघवजी को घेर रही है...।
तो अब कई तरह की बाते कही जा रही है और इन बातो के कई मतलब भी निकाले जा रहे है ।ऐसे में लोग अब राघवजी को अभागे नही बल्कि अभागे में से अभा को हटा कर सिर्फ गे... कह रहे है...? राघवजी के नबावी शौक से परिवार भी परेशान है तभी तो राघवजी की पत्नि असली वाली ने यह कह है कि जमना पुछेगा हमसे, मैं कुछ नही पूछूंगी उनसे...?
तो हमारा यह कहना है कि हाँ माताजी आप क्यों पुछोगी उनसे...? आपको तो सब मालुम ही था कि सच क्या है...? और फिर आप धर्मपत्नि जो ठहरी, फिर वो क्या बोलो बेचारी जो है भारतीय नारी...। खेर जो भी हुआ अच्छा हुआ देर से ही सही मगर एक सफेद पोष चेहरा बेनकाब हुआ...।
राम के ये पठ्ठे क्यों हो गये लंगोट के कच्चे...?
चाल चरित्र और चेहरे की बात करने वाली भाजपा के नेताओंने मर्यादा पुरुषोत्तम राम को भी बदनाम कर दिया है...? कृष्ण की रास लीलाओं को भी पीछे छोड़ दिया है...? राम नाम रटन करने वाले ये नेता यानि राम के ये पठ्ठे हो गये लंगोट के कच्चे...? इन कामदेव साधको ने भाजपा के चाल चरित्र और चेहरे की परिभाषा ही बदल दी...। चाल चलन खराब कर दिया चरित्र वेश्याओं के कोटो पर बेच दिया और चेहरे पर कालिख पोत दिया है...? आऐ दिन किसी न किसी नेता की सीड़ी की खबरे उड़ती है कभी असली तो कभी नकली सीड़ी सेंसर बोर्ड की मर्ज बगैर ही रिलिज हो जाती है...? जय श्री राम का नारा देने वालो का ये हाल देख कर हमने कुछ लाईने लिखी है कि देते है जो भगवान को धोखा वो इंसानो को क्या छोड़ेगा...? हे राम तुझे एक बार फिर धरती पर आना होगा वरना तेरे नाम पर इस देश में भाई के हाथो भाई को मरना होगा...?
मंदसौर आगमन पर देर रात तक कौन था राघवजी के साथ...?
अब जब राघवजी का भांडा फुट ही गया तब शहर के चैराहे पर एक चर्चा जोरो पर है कि कुछ दिनो पूर्व राघवजी का मंदसौर आगमन हुआ तब देर रात तक उनके साथ कौन कौन था...? ये प्रश्न इसलिये उठा कि अब जब राघवजी के नवाबी शोक को प्रमाण पत्र मिल चुका है और ऐसे में मंदसौर आगमन के दौरान राघवजी ने अपने इस शोक या यूं कहे लत को किस तरह पुरा किया...? इस बात को लेकर खुब चर्चाऐ हो रही है...? क्योंकि आदमी को अगर कुछ गलत लत लग जाऐ तो वो कही भी जाऐ उसे उस लत के चलते जो चाहिऐ वो मिल ही जाता है जैसे दारु पीने वाले को गुजरात में दारु पर प्रतिबंध होने के बाद भी दारु मिल जाती है उसी तरह राघवजी भोपाल में रहे या विदिशा, उज्जैन रहे या मंदसौर उनकी इस लत की दवा भी सभी दुर मिल ही जाती होगी और इसकी व्यवस्था स्थानिय नेता ही करते होगे...? ऐसे में मंदसौर आऐ राघवजी को नवाबी शोक पुरा करने के लिये किस नेता या कार्यकर्ता ने अपने को समर्पित किया कौन है वो जो देर रात तक राघवजी के साथ रहा...? इस बात की चर्चा भी खुब हो रही है...।
अब मंदसौर के कई नेता है सकते में...? सोच रहे है कैसे निपटे इस समस्या से सस्ते में
मंदसौर । युं तो मंदसौर में आऐ दिन किसी न किसी नेता की सीड़ी की बात बगैर हाथ पैर के शहर के हर चैराहे पर दौड़ती है मगर कहते है कि जिसके बारे मे बार-बार कहाँ जाऐ वो बाते अक्सर सच निकलती है और ऐसा ही सब कुछ देखने को मिल रहा राघवजी सीडी काण्ड के बाद नैतिकता का त्याग कर चुके कुछ भाजपा नेताओ की चर्चा इन दिनों शहर के चैराहे पर खुब हो रही है कोई कह रहा है कि शहर के तीन-चार नेताओ की सीड़ी जल्द ही रिलिज हो रही है तो कोई कह रहा है कि सीड़ी रिलिज होने से पहले नेता इस्तीफा देने की सोच रहे है...? जो भी हो शहर में जो चर्चाऐ जोरो पर है उसे लेकर भाजपा की सॉख पर बट्टा लग रहा है, भाजपा को बदनामी का दंश झेलना पड़ रहा है...? ऐसे में भाजपा का मिशन 2013 खटाई में पड़ता दिख रहा है...? सीड़ी तो सीड़ी मगर अब नेताओं के चाल चरित्र के बारे में लोग बड़े नेताओं को ही पत्र नही लिख रहे है बल्कि मिडिया में भी इसका प्रसारण करवा रहे है...? ऐसे में भाजपा को अगर मिशन 2013 को सफल बनाना है तो चरित्रहीन नेताओं को पहले ठीकाने लगाना होगा वर्ना मिशन 2013 में इसका खामियाजा भुगतना होगा...? कही संगठन मंत्री की सीडी की बात तो कही मंत्रीयों की सीडी की बात ने आज भाजपा को कलकीनी साबित किया है ऐसे में अब भाजपा संगठन को पोर्न फिल्म की सीड़ी वाले नेताओं को चुनाव से पहले चलता करना चाहिये वरना जनता तो तैयार है...?