भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह इन दिनों शिवराज सिंह के पीछे पड़े हुए हैं। सोते जागते, उठते बैठते वो केवल और केवल शिवराज के भाई, भतीजे और साले के गाले ही सुनाया करते हैं। नरेन्द्र तोमर ने तो उनके स्वर्गवासी पिताजी तक को खरीखोटी सुना डालीं, बावजूद इसके वो रुकने का नाम नहीं ले रहे। सवाल यह उठता है कि जो कुछ भी है जवाब देकर उनका मुंह क्यों नहीं बंद कर देते शिवराज सिंह चौहान।
पूरा मध्यप्रदेश जानता है कि शिवराज सिंह चौहान भ्रष्ट नहीं हो सकते, वे ना तो घोटाले कर सकते हैं और ना ही मामलों में दलाली खा सकते हैं। उन्होंने जो कुछ किया मध्यप्रदेश के लिए किया, अपने भाई, भतीजे या सालों के लिए नहीं किया। पिछले पांच साल में मध्यप्रदेश ने उनके गुर्गों को गुंडागर्दी करते नहीं देखा बल्कि मध्यप्रदेश के बुजुर्ग, बहन बेटियों और युवाओं को मदद करते हुए जरूर देखा है। प्रमाणित करवाने की जरूरत नहीं कि शिवराज सिंह चौहान एक सामाजिक सीएम हैं और वो ठेकेदार तो कतई नहीं हो सकते।
अब सवाल यह उठता है कि वो क्या कारण है जो अजय सिंह बार बार एक ही सवाल दोहराए जा रहे हैं और सीएम खुद इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं कर रहे। इससे पहले भी अजय सिंह ने सीएम की पत्नि को लेकर तीखी और अमर्यादित टिप्पणी की थी, सीएम ने उनके खिलाफ मानहानि का मामला ठोका है, लेकिन सवाल यह उठता है कि न्यायालय के इतन जनता की अदालत में शिवराज सिंह चौहान खुद आकर नेता प्रतिपक्ष को खुला जवाब क्यों नहीं दे देते। क्यों अजय सिंह को बार बार एक ही विषय दोहराने का अवसर दिया जा रहा है।
आज फिर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेरे सवालों के अधूरे और झूठे जवाब देकर एक बार फिर प्रदेश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की है। उन्होंने कुछ आरोप जो उनकी पत्नी पर है उसके झूठे जवाब दिए पर अपने भाई, भतीजे और साले के आरोपों के जवाब नहीं दिए।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि शादी न करने की सौगंध के समय भले ही कांग्रेसजन न हो लेकिन नीलकंठ गांव जिसका घाट पूरी नर्मदा के किनारे में सबसे ऐतिहासिक पौराणिक और धार्मिक महत्व का घाट है वहां के बुजुर्ग और बच्चा-बच्चा इसकी गवाही दे सकता है। उन्होंने कहा कि जैत और यहां के लोग न केवल इनकी शादी न करने की सौगंध खाने की बात करते है बल्कि उन्होंने किन कारणों से शादी न करने की कसम खाई थी वह भी बताते है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि जहां तक डंपर चलाने और गोदाम बनाने की बात है तो यह अधिकार इस प्रदेश के हर नागरिक को है लेकिन अगर वह नागरिक यह धंधा करने में गलत जानकारी और फर्जीवाडा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होती है। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी ने यही किया। डंपर खरीदे उसके लिए गलत जानकारी और गलत पता लिखा था। उन्होंने अपने पति का नाम शिवराज सिंह चौहान की बजाए एस.आर. सिंह क्यों लिखवाया। क्या प्रदेश का आम नागरिक ऐसा करता तो शिवराज सरकार उसे माफ कर सकती थी।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि विदिशा में जिस जगह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी ने गोदाम बनाया है वह राष्ट्रीय स्मारक हेल्यूडोरस स्तंभ खाम बाबा के संरक्षित स्मारक के सौ मीटर की परिधि मे बना हैं। क्या ये कानून का उल्लंघन नहीं है। क्या एक आम आदमी ऐसा करता तो शिवराज सरकार माफ कर देती।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि मेरे आरोपों का झूठा जवाब देने के साथ शिवराज सिंह ने अपने साले संजय सिंह मसानी, भाई नरेन्द्र सिंह चौहान, रोहित सिंह चौहान, भतीजे प्रद्युम्न सिंह चौहान द्वारा उनके मुख्यमंत्री पद का बेजा इस्तेमाल कर जो गलत काम नियम विरूद्ध किए है उसका कोई जवाब उन्होंने नहीं दिए। श्री सिंह ने कहा कि शिवराज के रिश्तेदार होते तो कानून उनके खिलाफ कार्यवाही करता लेकिन चूंकि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार है इसलिए पूरा शासनतंत्र दबाव में सब कुछ गलत होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। शिवराज सिंह चौहान इसका जवाब दें।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा न कराने के पीछे मुख्य कारण यहीं था। अगर वे इन आरोपों का सदन के अंदर जवाब देते तो उसके झूठ की कलई तत्काल खुलती और शिवराज सिंह चौहान बेनकाब हो जाते।
कुल मिलाकर तीन रिश्तेदारों के नाम पर अजय सिंह बार बार शिवराज सिंह चौहान को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। मामला नितिन गडकरी जैसा नहीं है, लेकिन मिलता जुलता तो है। सवाल यह उठता है कि जब शिवराज सिंह स्वयं किसी घोटाला और टंटों में शामिल नहीं है तो सीधे सीधे बिन्दुवार जवाब देकर चुप क्यों नहीं करा देते अजय सिंह को।