नीमच। छत्तीसगढ़ में जो घटना घटी, खतरनाक घटना थी। छत्तीसगढ़ सरकार मौन रही, हमला करने वालों को खुली छूट दी गई। कांग्रेस नेताओं को गिन-गिन कर, गाडिय़ों से निकाल कर गोली मारी गई। सरकार को सब मालूम था। जहां-जहां एक-एक आदमी को गोली लग रही थी, उसकी खबर सीएम हाउस जा रही थी। वहां से सीएम रमनसिंह, बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को फोन कर जानकारी दे रहे थे कि नंदकुमार पटेल को उड़ा दिया, उनके बेटे को उड़ा दिया, कर्मा को उड़ा दिया।
यह गंभीर आरोप मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने लगाए। उन्होंने कहा कांग्रेस नेताओं पर नक्सली हमला रमन सरकार की सोची-समझी साजिश है। सरकार ने नक्सलाइट के साथ मिलकर यह नरसंहार कराया है। नक्सली आते हैं, हमला कर चले जाते, लेकिन इस हमले में तो नक्सलियों ने चुन-चुनकर लोगों को मारा है। स्पष्ट है कि रमन सरकार ने यह हत्याकांड कराया है। वहां पुलिस क्यों खामोश रही। केंद्र के 35 हजार जवान तैनात थे। सरकार चाहती तो तत्काल कार्रवाई कर सकती थी लेकिन नहीं की गई। एनआईए इस मामले की जांच कर रहा है। जल्द ही रमन सरकार और भाजपा की असलियत उजागर हो जाएगी।
हालांकि कांतिलाल भूरिया ने इन आरोपों का आधार स्पष्ट नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाए परंतु यह भी नहीं बताया कि यह जानकारी उन्हें किसने, कब और कैसे दी।