शहडोल की "गुडिया" की हालत गंभीर, किडनियों ने काम बंद किया

जबलपुर। गैंगरेप का शिकार हुई शहडोल की "गुडिया" की हालत बेहद गंभीर हो गई है। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती बच्ची की दोनों किडनी ने काम करना बंद कर दिया है। मेडिकल कॉलेज में नेफ्रोलॉजी यूनिट नहीं होने के कारण उसे गुरूवार रात नागपुर के केयर अस्पताल भेज दिया गया।

एसी एम्बुलेंस से रात करीब 8:30 बजे रवाना की गई बच्ची के साथ डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी गए हैं। इससे पहले सिवनी के घंसौर में दरिंदगी की शिकार हुई बच्ची को भी इसी अस्पताल में भेजा गया था, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। शहडोल जिले की ब्यौहारी थाना के आखेटपुर की 9 वर्षीय "गुडिया" को 23 अप्रैल की शाम दो दरिंदों ने हैवानियत का शिकार बनाया था। उसे 24 अप्रैल की रात मेडिकल अस्पताल लाया गया।

पीडियाट्रिक सर्जिकल आईसीयू में भर्ती को तेज बुखार और चेहरे पर सूजन आने लगी। जांच में क्रिएटिन बढ़ा हुआ आया। एक बार डायलिसिस भी की गई। इसके बावजूद हालात बिगड़ते देख उसे नागपुर भेजने का फैसला किया गया। मेडिकल सूत्रों के अनुसार बच्ची अभी बात कर रही है। आगे की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि किडनी किसी स्थिति में है। एक्यूट किडनी फेलुअर की स्थिति में आठ से दस डायलिसिस के बाद किडनी काम करना शुरू कर देती है।

दरिंदों में एक नाबालिग भी

"गुडिया" से हैवानियत करने वालों में एक नाबालिग भी है। उसी ने बच्ची को आवाज देकर बुलाया। इसके बाद वहां पहले से मौजूद 24 वर्षीय महकू कोल ने बच्ची को झाडियों में खीच लिया और दोनों ने उससे दुराचार किया। पीडिता के बेहोश होने पर वे उसे छोड़कर भाग गए। बच्ची को परिजन पहले ब्यौहारी अस्पताल ले गए। 24 अप्रेल को उसे जिला अस्पताल शहडोल और फिर जबलुपर रेफर किया गया।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!