भोपाल। जहांगीराबाद पुलिस ने लूट करने वाले चार सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह को पति-पत्नी दो दोस्तों की मदद से चलाते थे। गिरोह ने अब तक एक दर्जन से अधिक वारदात करना स्वीकार किया है।
इस गिरोह ने हाल ही में इंदौर से भोपाल आए एक युवक को घायल कर लूट लिया था। एसपी साउथ अंशुमान सिंह ने बताया कि अर्जुन नगर झुग्गी हाल रेलवे स्टेशन फुटपाथ निवासी शफीक, उसकी पत्नी आयशा (बदला हुआ नाम) के अलावा बागफरहत अμजा निवासी आमिर एंव तलैया निवासी आशु उर्फ अशफाक को गिरतार किया गया है। इनके पास से 24 मार्च को हुई लूट की वारदात का माल बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि आयशा ने योजनाबद्ध तरीके से राजेंद्र नगर इंदौर निवासी हलवाई का काम करने वाले फ्रांसिस पुत्र एडमिन को भोपाल रेलवे स्टेशन पर साथ घूमने चलने का लालच देकर गिरोह के एक सदस्य के आटो में बिठा लिया था। थोड़ी दूर बाद आटो चालक ने दो और साथियों को परिचित होने का झांसा देकर बिठा लिया था।
फ्रांसिस ने इसका विरोध किया, तो आयशा ने दोनों को आगे उतारने की बात कही थी। इसके बाद आटो चालक फ्रांसिस को खटलापुरा मंदिर के समीप सुनसान इलाके में ले गया। यहां आयशा और उसके साथियों ने उस पर अड़ी डाली, जिसका विरोध करने पर फ्रांसिस के साथ मारपीट की गई। इसके बाद आरोपियों ने फ्रांसिस पर उस्तरा और चाकू से हमला कर दिया, जबकि मौका पाकर आयशा ने उसकी जेब से 3500 रुपए और मोबाइल फोन निकाल लिया। चारों आरोपी वारदात के बाद फरार हो गए थे। पुलिस ने फ्रांसिस की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ लूट का प्रकरण दर्ज किया था।
अब तक 15 वारदात
श्री सिंह ने बताया कि आरोपियों ने अब तक इस तरह की 15 वारदात करना स्वीकार किया है। आरोपी इस तरह की वारदात को बीते चार सालों से अंजाम दे रहे थे। आरोपियों ने बताया कि लड़की के चक्कर में लूट का शिकार बनने के बाद युवक पुलिस से शिकायत नहीं करते थे। गिरोह के सदस्य इसी का फायदा उठाते थे। पुलिस को अन्य वारदातों के फरियादियों की तलाश है।
नहीं करना चाहते थे हमला
गिरोह के सदस्यों ने बताया कि वे लूट के दौरान हमला नहीं करना चाहते थे, लेकिन फ्रांसिस उन पर भारी पड़ने लगा था और उसने धोखा होने पर महिला को दो-तीन मुक्के मार दिए थे, जिससे आरोपियों ने उस पर हमला कर घायल कर दिया था।