मंदसौर। केन्द्र सरकार आशा कार्यकर्ताओं से काम तो चाहती है पर उन्हे मानदेय नही देना चाहती यह कैसा महिलासशक्तिकरण है, साढ़े चार साल पहले जो विधायक हम कर्मचारयो के वोटो से विजय होकर विधानसभा मे पहुचे उन्होने भी हम कर्मचारयो के लिए कुछ नही किया।
उक्त बात मप्र आशा कार्यकर्ता संगठन के जिला स्तरीय सम्मैलन मे आई जिले भर की आशाओं को संबोधित करते हुए संगठन के संरक्षक दिनेश शर्मा (प्रदेश अध्यक्ष मप्र पंचायत संचिव संघ) ने कहा की आशा कार्यकता संघ अपनी मागो के लिए दिल्ली मे धरना दे तभी उनकी सुनवाई हो सकती है।
केन्द्र सरकार आशाओ को मानदेय देना लागू करे इसके लिए हम संगठन के माध्यम से प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को देगें ताकि प्रदेश सरकार आशाओ की पेरवी कर सके, इसके लिए पहले संगठन को सक्रिय करना होगा तभी यह सब संभव है। मप्र आशा कार्यकर्ता संगठन की कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष विभा श्रीवास्तव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की आशाएं टीकाकरण, एएनसी, गर्भवती महिला जाच, महिला टीकाकरण, बच्चो के टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीयन, विवाह पंजीयन, आरोग्य केन्द्र, पल्स पोलियो, सर्वेकार्य, जननी योजना जैसी कई सरकारी योजनाओ के संचालित करने मे महत्वपुर्ण दायित्व निभा रही है फिर भी आशाओ को मानदेय नही दिया जाना हम आशाओ का शोषण है।
हमे संगठीत रूप से अपनी मागो को लेकर दिल्ली मे धरना देना पढ़े तो भी हम देगें लेकिन हमारा हक हम लेकर रहेगें। सरकार आशाओ को सम्मानजनक मानदेय दे। इस अवसर पर संगठन मंत्री विद्युतलता ने कहा की केन्द्र सरकार आशाओ को मानदेय लागु करने की बजाए मात्र 1000 रूपए यात्रा भत्ता देने का मन बना रही है जो कि आशाओ के लिए यह राशी उनके काम के बदले बहुत कम है। उपस्थित सभी आशाओ ने सरकार से पाच हजार रूपये मानदेय दिलवाने हेतु प्रदेश अध्यक्ष विभा श्रीवास्तव को माग पत्र दिया।
सम्मैलन कार्यक्रम को जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष मदनदुधवाला, किशोर गुर्जर, रिमा चर्तुवेदी जिलाध्यक्ष अशोक नगर, मंदसौर जिलाध्यक्ष उषा दमामी ने भी संबोधित किया। सम्मैलन मे गरोठ, भानपुरा, सीतामउ, धुधंड़का, मंदसौर, मल्हारगढ़, ब्लाक क्षैत्र की कई आशओ ने भाग लेगी। कार्यक्रम का संचालन संगठन के संरक्षक एडवोकेट श्रीमति स्नेहलता गुप्ता ने किया व आभार जिलाध्यक्ष उषा दमामी ने माना।