नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दो दिन के मध्य प्रदेश दौरे का असर आने वाले दिनों में प्रदेश संगठन में दिखने लगेगा। राहुल की नसीहत को ध्यान में रखते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेता अब जल्द ही एक मंच पर नजर आने वाले हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया को इस सिलसिले में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने को कहा गया है। राहुल के प्रदेश प्रवास के दौरान दो दिनों तक उनके साथ रहे एक सांसद ने बताया कि राहुल ने भूरिया को ऐसे कार्यक्रमों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है, जिनमें प्रदेश कांग्रेस के सभी दिग्गजों को एक मंच पर जुटाया जा सके।
भूरिया ने की जमकर लॉबिंग, फिर भी उलझ गया सिंधिया का नाम
मध्यप्रदेश में कांग्रेस संगठन में वर्चस्व जमाने की होड़ मोहनखेड़ा मे एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। आयोजन को सफल बनाने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के समर्थकों ने पूरी ताकत झोंक दी वहीं माहौल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में नजर आया। सिंधिया समर्थक अपने नेता के पक्ष में खुलकर सामने आ गए वहीं भूरिया समर्थक अपने नेता के लिए आवाज ही नहीं उठा पाए। बुधवार को मोहनखेड़ा में सुबह से शाम तक सबसे ज्यादा भारी राजनैतिक गहमागहमी रही और वहां कांग्रेस उपाध्यक्ष की मौजूदगी का फायदा लेने में नेताओं के समर्थकों ने भी कोई कसर बाकी नहीं रखी।
आयोजन के सारे सूत्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने अपने समर्थकों को सौंप रखे थे और इन लोगों ने वहां पहुंचे 3000 से ज्यादा कांग्रेसियों को यह अहसास कराने में कोई कसर नहीं रखी कि प्रदेश संगठन में अब भूिरया की ही सत्ता चलना है।
भूरिया समर्थकों ने अंदरूनी तौर पर अपने नेता के लिए जमकर लाबिंग की। इधर सिंधिया समर्थकों ने अपने नेता के लिए खुलकर मोर्चा संभाला और संसदीय क्षेत्रवार संवाद से लेकर खुली चर्चा में जहां भी मौका मिला यह कहने से परहेज नहीं किया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस में शिवराज का एकमात्र विकल्प सिंधिया ही है। इन लोगों ने सिंधिया के बार-बार मना करने के बाद भी नेतृत्व के सामने अपनी बात पुरजोर तरीके से रखी और कहा कि मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन का माद्दा उनके नेता में ही है। हालांकि सिंधिया इससे खुश नहीं हैं।