भोपाल। संविदा शिक्षकों एवं अध्यापकों को वेतन वितरण में विसंगतियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के कर्मचारी होने के बावजूद उनसे ठेकाश्रमिकों की तरह बर्ताव हो रहा है और प्रदेश के कई जिलों में उन्हें प्रतिमाह वेतन का वितरण तक नहीं होता।
ताजा शिकायत मंडला से है। जिले में कार्यरत संविदा शिक्षक और अध्यापकों को 4 माह से वेतन नहीं मिला है जिसको लेकर अध्यापकों में रोष व्याप्त है। राज्य अध्यापक संघ की जिला इकाई ने सरकार के इस ढुलमुल रवैये पर खिन्नता व्यक्त करते हुये कहा है कि किसी अल्पवेतन भोगी कर्मचारी को 4-4 माह तक वेतन न देना सरकार की गहरी असवेंदनशीलता है और इस वर्ग के कर्मचारी के साथ घोर अन्याय है।
संघ के जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर उपाध्यक्ष श्याम बैरागी, संजीव सोनी, तुलसीराम बन्देवार, सुधीर पटैल ने कलेक्टर मण्डला से मांग की है कि अध्यापकों और संविदा शिक्षकों के वेतन की व्यवस्था शीघ्रातिशीघ्र कराई जावे 10 दिन के अन्दर वेतन भुगतान नहीं होने पर संघ आंदोलन करने को विवश होगा। संघ ने सहायक आयुक्त से भी मांग की है कि वेतन पुनरावंटन समानता के साथ किया जावे और उदासीन आहरण संवितरण अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जावे। कुछ निष्क्रिय डी.डी.ओं के कारण नवम्बर माह तक वेतन भुगतान नहीं हुआ है। संघ ने आयुक्त आदिवासी विकास भोपाल को भी पत्र लिखकर शीघ्र वेतन आवंटन उपलब्ध कराने की मांग की हैं।