भोपाल। इधर शिवराज गरीबों को बांटने में लगे हैं तो उधर उन्हीं की भाजपा के लोग गरीबों को लूटने में। मामला देवास का है जहां प्रभारीमंत्री जगदीश देवड़ा का समर्थक, करोड़पति व्यापारी एवं भाजपा नेता के गोदाम से 360 क्लिवंटल गरीबों का गेंहू पकड़ा गया। नेताजी की दहशत इतनी कि पुलिस ने प्रकरण तो दर्ज किया, लेकिन अज्ञात के नाम।
मामला मध्यप्रदेश में सत्ताधारी दल भाजपा एवं मध्यप्रदेश शासन के श्रममंत्री जगदीश देवड़ा से जुड़ा हुआ है। श्री देवड़ा देवास के प्रभारी मंत्री भी हैं और यहीं पर मिलते हैं मंत्रीजी के परमप्रिय समर्थक शरद अग्रवाल।
श्री अग्रवाल कृषि उपज मण्डी समिति में व्यापारी प्रतिनिधि भी हैं। बताया जाता है कि पहले ये तुकोजीराव पंवार के खास हुआ करते थे, लेकिन इन दिनों जगदीश देवड़ा का पलड़ा भारी है, इसलिए देवड़ाजी के साथ हैं।
खुलासा भी भाजपा में चल रही गुटबाजी के कारण ही हुआ। कांग्रेस इस कालाबाजारी को उजागर नहीं कर पाई, लेकिन श्री अग्रवाल के एक विरोधी ने कलेक्टर को इसकी सूचना दे दी। भाजपाई की सूचना थी सो कलेक्टर साहब ने भी एसडीएम को कार्रवाई के लिए आदेशित कर दिया।
बस यहीं से शुरू हुआ श्री अग्रवाल का पॉवर प्ले। जैसे ही एसडीएम को पता चला कि जिस गोदाम में गरीबों का गेंहू उतारा जा रहा है वो तो शरद अग्रवाल का है तो उन्होंने यहां वहां गोदाम तलाशने में समय खर्च करने का प्रकम शुरू किया। अवसर दिया कि श्री अग्रवाल किसी तरह गोदाम से ट्रकों को हटा दें, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
अंतत: एसडीएम को कार्रवाई करनी पड़ी। कार्रवाई से पूर्व गोदाम से एक ट्र्क खाली होकर जा चुका था और दूसरा ट्रक आधा उतारा जा चुका था। इसके अलावा तीन ट्रक खाली होने की प्रतीक्षा में थे।
कार्रवाई हुई, गेंहू पकड़ा गया, गोदाम से ही पकड़ा गया, रंगे हाथों खाली होते हुए पकड़ा गया, लेकिन जब पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई तो आरोपी अज्ञात था। पुलिस जांच करने के बाद पता करेगी गोदाम किसका था।
बताया जा रहा है कि अग्रवाल परिवार देवास में भाजपा का एक बड़ा फाइनेंसर है एवं हमेशा से सत्ताधारी नेताओं के निकट बने रहने के लिए अपने उपक्रम किया करता है। देखना रोचक होगा कि मध्यप्रदेश को संस्कारों का पाठ पढ़ाने वाला सीएम हाउस इस मामले में क्या कदम उठाता है। उठा भी पाता या है......।