सागर | पिछले दो वर्षो से अपनी प्रमुख मांगों को लेकर सरकार से लड़ाई लड़ रहे अध्यापकों की गुस्सा सड़कों पर आकर उतरा। मप्र अध्यापक संविदा संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को जिले के हजारों अध्यापक संविदा, गुरुजी संभागीय मुख्यालय पर एकत्रित हुए। सुबह 10 बजे से अध्यापकों का आना शुरु हो गया था। जिले के 11 ब्लाकों में कार्यरत अध्यापक पहले पहलवान बब्बा मंदिर में एकत्रित हुए अध्यापकों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा था। बस, जीप, मोटरसाइकिल से आए अध्यापकों का जोश भी देखते बन रहा था।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एकत्रित हुए हजारों अध्यापकों की रैली जब पहलवान बब्बा मंदिर से दोपहर करीब दो बजे शुरु हुई तो रैली इतनी लंबी थी कि पहलवान बब्बा मंदिर से तीन मढिया तक पहुंच गई है।
अध्यापक प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। समान कार्य, समान वेतन एवं संविलियन किए जाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे अध्यापकों का प्रदेश सरकार के प्रति आक्रोश साफ नजर आ रहा था। रैली तीन बत्ती से होते हुए गोपालगंज स्वीडिश मिशन स्कूल से होकर दोपहर 3.15 बजे कलेक्टोरेट पहुंची।
एक घंटे किया इंतजार
कलेक्टोरेट पर पहुंची अध्यापकों की रैली को लेकर काफी संख्या में पुलिसबल भी पहुंच गया था। अध्यापकों की पहुंची वृहद रैली को देख प्रशासन भी सख्ते में आ गया। रैली को कंट्रोल करने के लिए शहर के निरीक्षकों को जिम्मेदारी सौपी गई थी। अध्यापक जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सोलंकी अध्यापकों से ज्ञापन लेने आर्इं तो अध्यापकों ने कहा कि कलेक्टर के अलावा किसी भी अधिकारी को ज्ञापन नहंी देंगे। और वह कलेक्टर का एक घंटे तक इंतजार करते रहे। अध्यापकों का कहना था कि जब तक कलेक्टर को ज्ञापन नहीं देंगे तब तक यहां से नहीं जाएंगे।
ज्ञापन को लेकर पुलिस से झड़प
दोपहर 4.15 बजे जब कलेक्टर योगेन्द्र शर्मा कलेक्टोरेट पहुंचे तो उन्होंने अध्यापकों के एक प्रतिनिधि मंडल को ज्ञापन के लिए बुलाया। लेकिन वहां पर मौजूद पुलिसबल और अधिकारी जिले, संभाग और प्रदेश के पदाधिकारियों को भी कलेक्टर को ज्ञापन देने अंदर नहीं जाने दे रहे थे तो पदाधिकारियों की पुलिस से झड़प हो गई और अध्यापकों ने ज्ञापन नहीं देने का मन भी बना लिया। लेकिन पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद वह ज्ञापन देने पहुंचे।
25 से सपरिवार देंगे धरना
अध्यापक संविदा संयुक्त मोर्चा के द्वारा अभी प्रदेश सरकार को 24 दिसंबर तक का समय मांगों पूर्ण करने के लिए दे दिया है। अगर इस बीच मांगें पूरी नहीं होती हैं तो अब अध्यापक, संविदा, गुरुजी सपरिवार राजधानी में धरना देंगे। वहीं 6 दिसंबर से राजधानी में प्रदेश स्तर पर धरना होगा। इसके पहले 20 से 29 नवंबर को धरना हो चुका है। इसबीच भी शासन को अध्यापकों ने समय दिया था। लेकिन कोई मांग नहीं सुनी गई तब अध्यापक तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर रहे और इसके बाद रैली निकाली। अभी अध्यापक गुरुवार से स्कूल पहुंचेंगे।
रैली में ये हुए शामिल...
राजेन्द्र यादव, कृपाल सिंह ठाकुर, दिनेश तिवारी, राजकुमार कपूर, कुश दीक्षित, सुरेन्द्र पाराशर, पवन उपाध्याय, जितेन्द्र शरण गुप्ता, अनिल चौबे, नरेन्द्र जैन, मनीष माथुर, भूपेन्द्र राजपूत, आरती ठाकुर, राममिलन मिश्रा, बलवंत यादव, राकेश शांल्डिय, आशा चौबे सहित हजारों अध्यापक शामिल थे।
232 शालाएं रही बंद
केसली। क्षेत्र की 260 शालाओं में से 232 शालाएं बंद रही। धरना दे रहे शिक्षकों ने तहसीलदार केसली को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान भाजयुमो प्रदेश मंत्री अभिषेक भार्गव ने भी धरना दे रहे शिक्षकों से मिलकर हालचाल जाना।
सड़क पर उतरे सैकड़ों शिक्षक
गढ़ाकोटा में प्रात: 11 बजे से रहली ब्लॉक के समस्त संविदा शिक्षक एवं अध्यापक व गुरूजी अपने स्कूल से सामूहिक अवकाश लेकर मुख्य बस स्टैंड गढ़ाकोटा में एकत्रित हुए और सरकार द्वारा जारी वेतन विसंगति को दूर करने के लिए एवं सरकार के द्वारा दिए जा रहे अल्प वेतन से असंतुष्ट शिक्षकों ने अपने भविष्य की चिंता को लेकर मांगों के साथ धरना प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने विभिन्न मार्गों से रैली निकालकर कर मुख्यमंत्रीजी के नाम ज्ञापन तहसीलदार को दिया गया। धरना प्रदर्शन में प्यारेलाल लड़िया, गोविंद सिंह ठाकुर, अनुराग राय, हरिराम साहू, घनश्याम कोरी, पवन पाण्डेय, सुनील चौरसिया, संतोष तिवारी, घनश्याम दुबे, हरिराम साहू, आशाीष वर्मा, सतीश कटारे, लता नामदेव,अजय मिश्रा, फगुआ रोहित, ब्रजलाल पटेल सहित लगभग 600 की संख्या में संविदा, अध्यापक,गुरूजी शामिल रहे।
अभी सरकार को 24 दिसंबर तक का समय दिया गया है। अगर इस बीच मांगें पूरी नहीं होती हैं तो 25 दिसंबर से राजधानी में अध्यापक संविदा, गुरुजी सपरिवार धरना देंगे। केबिनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अध्यापकों के प्रतिनिधि मंडल को यह आश्वासन दिया था कि दो-तीन हजार वेतन बढ़ा देंगे, यह बात पदाधिकारियों ने मीडिया के सामने जब मंत्री मिश्रा से रखने कहा तो ऐसा नहीं हो सका।
शैलेन्द्र सिंह,
जिलाध्यक्ष
अध्यापक संविदा संयुक्त मोर्चा सागर
जलदी ही प्रदेश सरकार नहीं जागी तो जिले के सभी कांग्रेस विधायक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के माध्यम से इस बात को विधानसभा में उठवाने का प्रयास किया जाएगा।
रेखा चौधरी,
शहर कांग्रेस अध्यक्ष सागर