भोपाल। आयकर विभाग इन दिनों मध्यप्रदेश के करीब 500 ऐसे करोड़पतियों के खिलाफ जानकारियां जुटा रहा है, जो काली कमाई जुटाने में लगे हुए हैं। निश्चित रूप से ये लोग सरकार के नजदीकी भी होंगे। विभाग ने संकेत दिए हैं कि शीघ्र ही मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर छापामार कार्रवाई होगी।
आयकर विभाग के महानिदेशक अमरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि भोपाल में सौम्या, बिंद्रा, फार्च्यून और इंडस बिल्डर्स पर छापे में संपत्ति का आंकड़ा अरबों में चला गया है। इसके बाद से आयकर विभाग की नजर बिल्डरों, इंवेस्टरों पर लग गई। सबसे ज्यादा इंवेस्टमेंट इंदौर-भोपाल में रियल इस्टेट में होने के मद्देनजर दोनों शहरों के 500 इंवेस्टर्स और बिल्डर्स की सूची बनाई गई है।
मान ग्रुप, अपोलो, रायल और गढ़ा के यहां छापों में बेहिसाबी संपत्ति मिली और इसके बाद भोपाल में सोमैया फार्च्यून, इंडस, बिंद्रा के यहां छापों में भारी संपत्ति की पोल खुली। अब आयकर विभाग इंदौर, भोपाल में रियल इस्टेट और उसमें निवेश करने वालों को घेरने की तैयारी कर रहा है। इंदौर-भोपाल के पांच सौ इंवेस्टरों, बिल्डरों, भू-माफियाओं की कुंडली आयकर विभाग ने तैयार करने के लिए 36 अफसरों को लगाया है। अगले कुछ दिनों में छापे की बड़ी कार्रवाई के संकेत आयकर विभाग ने दिए हैं।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह सूचना लीक हो जाने के बाद क्या वो तमाम लोग जो आयकर विभाग की गोपनीय जांच की जद में हैं, सावधान नहीं हो जाएंगे। कहीं चार बिल्डरों पर छापे के बाद शेष काले कारोबारियों पर केवल दबाव बनाने के लिए तो यह जानकारी लीक नहीं की गई।
सवाल, सवाल हैं और जबाव अवश्यंभावी है। अब चाहे इन सवालों के जबाव विभाग दे या समय। जनता को जबाव मिलेंगे यह तय है।