भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि नर्मदा नदी से मंदसौर और नीमच जिले में पेयजल और सिंचाई के लिये जल उपलब्ध करवाने की परियोजना तैयार करें। इस संबंध में सर्वे की कार्रवाई शुरू की जाय। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ नर्मदा घाटी विकास विभाग की समीक्षा बैठक ले रहे थे। बैठक में नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री के.एल. अग्रवाल और मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा घाटी विकास की विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं की पूरी क्षमता का उपयोग कर किसानों को सिंचाई सुविधाएँ उपलब्ध करवाये। उन्होंने नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना से संबंधित कार्य भी समय-सीमा में पूरा करने को कहा।
ई-मेजरमेंट और वेब आधारित मॉनीटरिंग व्यवस्था लागू
बैठक में बताया गया कि नर्मदा घाटी विकास विभाग में ई-मेजरमेंट और वेब आधारित मॉनीटरिंग व्यवस्था लागू कर दी गयी है। इस बार खरीफ के मौसम में नर्मदा घाटी विकास की सिंचाई योजनाओं से 25 हजार 800 हेक्टेयर में सिंचाई की गई है। रबी के दौरान 2 लाख 23 हजार हेक्टेयर में सिंचाई का लक्ष्य है।
बरगी व्यपवर्तन परियोजना में 102 किलोमीटर तक जल प्रवाहित किया गया है। इससे नहर के दोनों ओर किसानों द्वारा पानी लिया जा रहा है। बैठक में प्रमुख सचिव नर्मदा घाटी विकास श्री रजनीश वैश्य, प्रमुख सचिव जल संसाधन श्री आर.एस. जुलानिया और मुख्यमंत्री के सचिव श्री हरिरंजन राव सहित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।