
विपक्ष के नेता अजय सिंह ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के किसानों के हितों का संरक्षण नहीं कर सकते, तो उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद को किसानों का मसीहा और शुभचिंतक बताते हैं, लेकिन उनका काम इसके ठीक विपरीत है.
डोंकरिया-बुजबुजा बिजली संयंत्र के लिए कोयले का कोई लिंकेज नहीं है और पानी की व्यवस्था नहीं है. उधर, कटनी जिले के डोंकरिया-बुजबुजा में बिजली संयंत्र के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जनता दल (यू) ने भी आज राज्य सरकार पर आंदोलन को कुचलने तथा किसानों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया.
जद(यू) प्रदेश अध्यक्ष गोविंद यादव ने कहा कि राज्य सरकार वेलस्पन कंपनी के साथ मिलकर प्लांट के लिए भू-अर्जन हेतु किसानों का शोषण कर रही है. कंपनी के पास कोयले का लिंकेज नहीं है, पर्यावरण की मंजूरी नहीं है और पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कल आंदोलन स्थल पर पुलिस लाठीचार्ज, सुनिया बाई के शव का जबरन अंतिम संस्कार और जद(यू) पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सरोज बच्चन नायक सहित अन्य किसानों की गिरफ्तारी की निंदा की.